पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मेडिकल कॉलेजों में दाखिला के लिए ओबीसी छात्रों को आरक्षण देने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है.


कुशवाहा ने बुधवार को यह चिट्ठी अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर की. उन्होंने लिखा है, ‘‘मेडिकल पाठ्यक्रम के दाखिले में विसंगतियों के विरूद्ध आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की तरफ आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा अपने ढंग से नियमावली बनाकर अखिल भारतीय कोटा में राज्यों द्वाए योगदान किए गए सीटों में ओबीसी के लिए शून्य प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है.’’


उन्होंने लिखा, ‘‘इसी आलोक में 31 अगस्त को कोर्ट के एक पीठ का निर्णय आया है जिसमें कहा गया है कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया, को आरक्षण के प्रावधान तय करने का कोई अधिकार नहीं है. राज्य अपनी शक्तियों के तहत पीजी मेडिकल पाठयक्रम और विशेषकर इन-सर्विस डॉक्टरों को आरक्षण देने में स्वयं सक्षम हैं. संघीय ढांचे में राज्य और संसद को संवैधानिक निर्देश दिए गए हैं ताकि वे एससी-एसटी और समाजिक रूप से पिछडे हुए वर्ग के कल्याण के लिए उनकी जरूरतों के अनुरूप कार्य कर सकें.'


कुशवाहा ने प्रधानमंत्री को लिखा है कि न्यायालय का उपरोक्त निर्णय के आने के बाद भी स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मामले के निष्पादन के लिए कोई प्रयास अभी तक नहीं किया गया है. ज्ञातव्य है कि मेडिकल पाठयक्रम में नामांकन के लिए यूजी-2020 नीट की परीक्षा अभी नहीं हुई है. इस संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश दिया जाए ताकि इसी अकादमिक सत्र से राज्यों द्वारा अखिल भारतीय कोटा में योगदान किए गए सोटों में ओबीसी आरक्षण लागू करने की प्रक्रिया संपन्‍न हो सके.


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