रोहतास: एम्बुलेंस कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से चरमराई इमरजेंसी सेवा, मरीजों की बढ़ी परेशानी
जिला सहायक चिकित्सा पदाधिकारी जेपी सुकुमार ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए उचित व्यवस्था की गई है. इमरजेंसी सेवा को देखते हुए निजी ड्राइवरों की व्यवस्था की गई है.
रोहतास: वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर बिहार चिकित्सा कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के 102 एंबुलेंस कर्मी एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. एंबुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से जिले में एंबुलेंस सेवा की व्यवस्था चरमरा गई है.
2019 में भी किया था हड़ताल
बता दें कि इसके पहले भी वर्ष 2019 में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मियों की तीन बार हड़ताल हुई थी. उस दौरान उनकी मांगों पर समझौता कराते हुए हड़ताल को समाप्त करवा दिया गया था. लेकिन उनकी मांगे नहीं पूरी होने पर एक बार फिर एम्बुलेंसकर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीज हुए परेशान
जिले में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से सदर अस्पताल में पहुंच रहे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. खासकर सिरियस मरीजों के परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल से रेफर मरीजों को जिले से बाहर ले जाने में लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा. लोगों को गुना भाड़ा दे कर निजी एम्बुलेंस को किराए पर लेना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं एसीएमओ
इस संबंध में जिला सहायक चिकित्सा पदाधिकारी जेपी सुकुमार ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए उचित व्यवस्था की गई है. इमरजेंसी सेवा को देखते हुए निजी ड्राइवरों की व्यवस्था की गई है. इमरजेंसी के दौरान यदि ड्राइवर एम्बुलेंस की चाभी नहीं देते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी. वहीं एम्बुलेंस की खस्ता हाल को लेकर उन्होंने बताया कि अभी एंबुलेंस कर्मियों की ओर से कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. अगर एम्बुलेंस में कोई कमी पाई जाएगी तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा.