Rohtas Teacher Bad Touch: रोहतास में बैड टच (गलत तरीके से छूना) और आपत्तिजनक शब्द कहे जाने के मामले में गिरफ्तार किए गए शिक्षक को क्लीन चिट दे दी गई है. मामला जिले के तिलौथू थाना क्षेत्र के एक स्कूल का था. बीते बुधवार (16 अक्टूबर) की शाम आरोपित शिक्षक को कोर्ट के आदेश पर मुक्त कर दिया गया. इस संबंध में एसपी रौशन कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है.


एसडीपीओ ग्रामीण को दी गई थी जांच की जिम्मेदारी


बीते सोमवार को मामला सामने आया था कि तो छात्राओं के परिजनों ने स्कूल में हंगामा किया था. इस पर स्थानीय पुलिस और 112 की टीम ने हस्तक्षेप किया था और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी और मामले की जांच शुरू की गई. एसडीपीओ ग्रामीण वंदना मिश्रा को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी.


कैसे हुआ खुलासा?


बताया गया कि एसडीपीओ वंदना मिश्रा ने बच्चियों का बयान लिया और उनके परिजनों से पूछताछ की तो कई विरोधाभास सामने आए. घटना के दिन जो बात कही गई थी वो अलग थी. पोक्सो के तहत उन बच्चियों का बयान न्यायालय में भी दर्ज कराया गया था. जांच के दौरान बच्चियों ने स्पष्ट किया कि उन्हें डरा-धमका कर शिक्षक के खिलाफ बयान देने के लिए मजबूर किया गया था. ये भी जानकारी मिली कि कुछ स्थानीय लोग स्कूल में हंगामा कर रहे थे और बच्चियों को शिक्षक के खिलाफ बयान देने के लिए धमका रहे थे.


रोहतास के एसपी ने क्या कहा?


एसपी रौशन कुमार ने मामले को झूठा करार देते हुए कहा कि अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि बच्चियों के खिलाफ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ. यह मामला विद्वेषपूर्ण भावना से प्रेरित था, जिससे शिक्षक को फंसाने का प्रयास किया गया. बता दें कि इस मामले में शिक्षक के बयान पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी. 


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