रोहतास: बिहार के रोहतास जिले के संझौली में रविवार को कैदियों को लेकर जा रही वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस हादसे में घटनास्थल पर ही एक कैदी की मौत हो गई थी. वहीं, पांच पुलिसकर्मी और तीन अन्य कैदी घायल हो गए थे. ड्राइवर को भी मामूली चोटें आई थीं. अब इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है. दरअसल, कोरोना काल की वजह से सरकार द्वारा निर्देश जारी किया गया है कि किसी भी गाड़ी में सवारियों की संख्या गाड़ी की क्षमता से आधी होगी. लेकिन कोरोना गाइडलाइन को ताक पर रख कर पुलिसकर्मियों ने गाड़ी में क्षमता से अधिक लोगों को बैठा लिया.


प्राइवेट गाड़ी का इस्तेमाल कर रही थी पुलिस


परिवहन विभाग के अनुसार बोलेरो आठ सीटर गाड़ी है. लेकिन पुलिस ने 10 लोगों को कार में बैठा लिया. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि क्षमता से अधिक सवारी होने की वजह से ड्राइवर ने गाड़ी पर से नियंत्रण खो दिया होगा, जिस वजह से हादसा हुआ है. जांच पड़ताल में ये बात भी सामने आई है कि दावथ थाना की पुलिस कैदियों को सासाराम कोर्ट से बिक्रमगंज उप कारा जिस गाड़ी से लेकर जा रही थी, वो गाड़ी दावथ के कवई के ही एक रेस्टोरेंट संचालक की थी.


स्थानीय लोगों ने बताया कि दावथ थानाध्यक्ष पिछले कई महीनों से सूरज रेस्टोरेंट के संचालक राम प्रकाश सिंह की बोलेरो गाड़ी, जिसका नंबर BR24P 3032 है, का उपयोग करते हैं. जबकि दावथ थाना में सरकार ने दो-दो गाड़ियां उपलब्ध करवाई हैं, जिसमें एक सूमो गोल्ड और दूसरा बोलेरो है. बता दें कि बोलेरो गाड़ी साढ़े दस साल पुरानी है.


स्थानीय लोगों की मानें तो सूरज रेस्टोरेंट जो मलियाबाग बाजार में स्थित है, उसी के मालिक ने पुलिस को एक निजी बोलेरो कार स्थायी रूप से उपलब्ध कराई है. आरोप है कि निजी फायदे के लिए उसने ऐसा किया है. बहरहाल, वजह चाहे जो भी हो इस लापरवाही के कारण राजपुर के रहने वाले कैदी राकेश गुप्ता की मौत हो गई है. 


दावथ थानाध्यक्ष ने कही ये बात


इस संबंध में जब दावथ थानाध्यक्ष अतेंद्र कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि थाने की दोनों गाड़ियां खराब थी इसलिए निजी वाहन करके कैदियों को ले जाया जा रहा था. साथ ही उन्होंने बताया कि उक्त वाहन में 9 लोग ही सवार थे. जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त वाहन में 10 लोग सवार थे.


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