Land for Job Scam: जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ राऊज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) ने बुधवार (18 सितंबर) को समन जारी किया है. ईडी की चार्जशीट पर कोर्ट ने यह संज्ञान लिया है. इसके साथ ही लालू यादव, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को बतौर आरोपी अदालत में पेश होने का आदेश जारी किया गया है.


लैंड फॉर जॉब मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में लालू यादव, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के खिलाफ ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में मुकदमा चलाने के लिए प्रथम दृष्टया में पर्याप्त सबूत है. कोर्ट ने यह भी कहा कि बड़ी तादाद में जमीन का ट्रासंफर हुआ है. यादव परिवार द्वारा पद का दुरुपयोग किया गया है.


तेजस्वी यादव के खिलाफ मामले में पर्याप्त सबूत


कोर्ट ने कहा कि यादव परिवार के नाम पर जमीन का ट्रांसफर हुआ. लालू यादव मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे. तेजस्वी यादव के खिलाफ भी मामले में पर्याप्त सबूत है. कोर्ट ने कहा कि किरण देवी ने मीसा भारती के नाम पर जमीन को ट्रांसफर किया जिसके बदले में किरण देवी के बेटे को नौकरी दी गई. इसमें किरण देवी के पति भी शामिल थे. 


राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि एके इंफोसिस्टम द्वारा बिहार के राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को 2014 में बड़ी तादाद में जमीन ट्रांसफर की गई. तेज प्रताप यादव भी लालू यादव परिवार के सदस्य हैं और मनी लॉन्ड्रिंग में इनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि मामले में तेज प्रताप यादव को भी समन जारी किया जाता है. लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव समेत सभी आरोपितों को 7 अक्टूबर को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया. अगली सुनवाई 7 अक्टूबर को होगी. बता दें कि इस केस में पहली बार तेज प्रताप यादव को समन जारी किया गया है.


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