मधुबनी: जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में बीते सोमवार (31 जुलाई) को हुए गोलीकांड में जिन चार लोगों की आरपीएफ जवान की गोली से मौत हुई थी उसमें बिहार के असगर (उम्र 48 साल) भी थे. मधुबनी के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के परबत्ता गांव के बिस्की टोल निवासी मो. असगर का परिवार आज टूट गया है. गांव में शोक का माहौल है. घर वाले मातम में डूबे हैं.
जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने गोली मारकर चार लोगों की हत्या कर दी थी. मरने वालों में तीन आम यात्रियों के अलावा एक आरपीएफ का एएसआई भी था. बताया गया कि मो. असगर बेहतर नौकरी की तलाश में जयपुर से मुंबई जा रहे थे.
कौन संभालेगा परिवार?
सनाउल्लाह ने बताया कि उनके भाई असगर एक साल से जयपुर में अपने पूरे परिवार के साथ रहकर चूड़ी की फैक्ट्री में काम करते थे. इसी आमदनी से उनका घर चलता था. पत्नी के अलावा चार बेटियां और एक बेटा है. बच्चों की उम्र 3 साल से 14 साल के बीच है. अब परिवार के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि कौन संभालेगा?
बताया जाता है कि असगर अगर मुंबई नहीं जाता तो उसकी जान बच जाती. असगर को मुंबई के एक मस्जिद में काम करने को लेकर बात हुई थी. वह इसलिए जयपुर से मुंबई जा रहे थे. घर में असगर के अलावे असगर की मां, पांच अन्य भाई और एक कुंवारी बहन है. भाई भी इधर-उधर काम करते हैं. एक नागपुर में मिस्त्री है तो एक दिल्ली में राशन की दुकान में काम करता है. दो अन्य भाई अभी छोटे हैं लेकिन काम कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे पप्पू यादव
घटना के बाद परिवार वालों को ढांढस बंधाने के लिए जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव बुधवार (2 अगस्त) को असगर के घर पहुंचे. उन्होंने असगर के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी. इस घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार से मुआवजे की मांग की. साथ ही उन्होंने परिजनों को अपनी ओर से आर्थिक मदद भी की. पप्पू यादव ने कहा कि देश अपराध की घटनाओं से रक्तरंजित हो रहा है. ऐसी स्थिति में सरकार को अविलंब ध्यान देना चाहिए. उन्होंने मृतक की बहन एवं सभी बच्चों की शादी में आर्थिक सहयोग करने की भी बात कही.
घटना को लेकर आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने ट्वीट कर कहा है कि हो सकता है कि आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को मानसिक रूप से बीमार बता दिया जाए. साथ ही कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि आरपीएफ जवान ने जो हत्याएं की हैं वह उग्र और लोगों को बांटने वाले माहौल का नतीजा है. इधर घटना के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है.
हर संभव मदद की हो रही कोशिश
वहीं दूसरी तरफ मधुबनी के जिला जन संपर्क पदाधिकारी सह आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी परिमल कुमार ने बताया कि हम परिजनों के संपर्क में हैं. राज्य सरकार की तरफ से किसी भी तरह से अगर परिवार की मदद की जा सकती है तो प्रशासन उसके लिए हर संभव कोशिश कर रहा है.
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