पटनाः बिहार में कुछ महीने पहले आरआरबी एनटीपीस (RRB-NTPC Result) में रिजल्ट को लेकर खूब बवाल हुआ था. छात्रों ने जमकर बवाल काटा था. कहीं रोड़ेबाजी हुई तो कहीं ट्रेनों में आग लगा दी गई. अब छात्रों के हित को देखते हुए और उनकी बातों को सुनने के बाद रेलवे भर्ती बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है. छात्रों के हित को देखते हुए इस ओर कदम उठाया गया है. रेलवे के इस फैसले को देखते हुए बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बोर्ड को धन्यवाद दिया है. 


दरअसल, आरआरबी ग्रुप डी और एनटीपीसी सीबीटी-1 की परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों के लिए खबर यह है कि रेलवे ग्रुप डी में सीबीटी दो की बजाय एक चरण में होगा. भारतीय रेलवे भर्ती बोर्ड ने अधिसूचना जारी कर दी है. इसके मुताबिक एनटीपीसी स्टेज-2 के लिए 20 गुना अभ्यर्थियों (सभी उम्मीदवार अलग-अलग होंगे) का रिजल्ट जारी किया जाएगा. एनटीपीसी के सभी पे-लेवल के पदों का रिजल्ट अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी होगा. 






जानें महत्वपूर्ण बातें



  • ग्रुप डी सीबीटी का आयोजन जुलाई 2022 से कराया जाएगा.

  • एनटीपीसी के विभिन्न पे-लेवल के पदों की दूसरे सीबीटी की परीक्षा मई से शुरू होगी.

  • मेडिकल टेस्ट अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग लिया जाएगा.

  • पे-लेवल 6 के पदों के सेकेंड स्टेज सीबीटी मई 2022 से शुरू होंगे.

  • संबंधित कैटेगरी के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को नियमों के मुताबिक कंसीडर किया जाएगा. जिन अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है, वो सफल अभ्यर्थियों की लिस्ट में शामिल रहेंगे.

  • शॉर्टलिस्ट किए जाने वाले अतिरिक्त उम्मीदवारों की सूची प्रत्येक वेतन स्तर पर अधिसूचित की जाएगी.

  • 20 गुना अद्वितीय उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा.


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सुशील मोदी ने रेलवे को दिया धन्यवाद
इधर, सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर वीडियो शेयर किया. कहा कि अब एनटीपीसी में ‘एक छात्र-एक रिजल्ट’ की नीति लागू होगी और ग्रुप डी में दो की जगह सिर्फ एक ही परीक्षा होगी. आरआरबी परीक्षार्थियों की सभी मांगों को स्वीकार करने के लिए उन्होंने रेल मंत्री को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया.


सुशील मोदी ने कहा कि रेलवे एनटीपीसी के लिए 3.5 लाख और रिजल्ट जल्द प्रकाशित करेगा. रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए मेडिकल स्टैंडर्ड भी अब वही होगा, जो 2019 में परीक्षा का विज्ञापन निकालने के समय तय किया गया था. सामान्य वर्ग के जिन परीक्षार्थियों को 2019 के बाद ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट निर्गत हुए, उन्हें भी स्वीकार किया जाएगा. रेलवे का फैसला छात्रहित में लिया गया है और सराहनीय है.


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