पटना: आरआरबी की मनमानी से नाराज छात्रों के आंदोलन के बीच प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की. हंगामे के बीच मंत्री से मुलाकात के बाद राज्यसभा सांसद ने छात्रों को आश्वस्त किया कि ग्रुप-डी की दो की बजाय एक परीक्षा ही होगी, वहीं, एनटीपीसी की परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम "एक छात्र-यूनिक रिजल्ट" के आधार पर जल्द घोषित किए जाएंगे.
इस सिद्धांत पर हो निर्णय
सुशील मोदी ने कहा, " रेलमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार छात्रों से सहमत है और उनकी मांग के अनुरूप ही निर्णय जल्द किया जाएगा." बता दें कि सुशील मोदी ने लाखों अभ्यर्थियों की परेशानी और उनकी मांगों से रेल मंत्री वैष्णव को विस्तार से अवगत कराया. वहीं, उसने आग्रह किया कि एनटीपीसी के मामले में "वन कैंडीडेट-वन रिजल्ट" के सिद्धांत पर निर्णय किया जाना चाहिए.
छात्रों को लेकर कही बड़ी बात
उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड ने यदि फैसला अचानक लेने से परहेज किया होता और समय रहते छात्रों के भ्रम दूर किए होते, तो बिहार में ऐसी अप्रिय स्थिति नहीं पैदा होती. वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने राज्य के पुलिस प्रशासन से अपील की, कि छात्रों और शिक्षकों पर कोई दमनात्मक कार्रवाई न की जाए. छात्र कोई अपराधी नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने छात्रों से संयम बरतने की अपील की है. ताकि रेलवे बोर्ड मामले के सभी पहलुओं की जांच पूरी कर परीक्षार्थियों के हित में फैसला कर सके.
गौरतलब है कि 13 पदों के लिए आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन किया गया है, जिसके कारण कई छात्र सलेक्शन से वंचित हो गए हैं. इसी बात से नाराज होकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं. आक्रोशित छात्रों का कहना है कि रिजल्ट में जब तक सुधार नहीं होगा उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. आक्रोशित छात्र रेल मंत्री को बुलाने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को लेकर अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं.
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