पटना: बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने के अवसर पर आज बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया. कायक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता मौजूद रहे. कार्यक्रम का सीएम नीतीश ने उद्घाटन किया, जिसके बाद सभी नेताओं ने कार्यक्रम को संबोधित किया.
सदन में उठाया किसान आंदोलन का मुद्दा
इसी दौरान भाकपा माले के विधायक महबूब आलम भी संबोधन के लिए खड़े हुए. उन्होंने सदन में मौजूद नेताओं को संबोधित किया. लेकिन इस दौरान अचानक उन्होंने किसान आंदोलन के संबंध में बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने 26 जनवरी के दिन दिल्ली में हुई घटना की चर्चा करते हुए कहा कि विरोध के आवाज को दबाया जा रहा है.
महबूब आलम ने कही ये बात
उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति उनकी संवेदना है. वहीं, उन्होंने बीजेपी का झंडा लगाने को लेकर भी आपत्ति जताई. इधर, उनके संबोधन को सुन कर बीजेपी के विधायक सभा के अंदर विरोध जताने लगे, जिससे कुछ देर तक हंगामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी. हालांकि, थोड़ी देर बाद स्थिति सामान्य हो गयी और अन्य नेताओं ने भी सभा को संबोधित लिया.
बता दें कि भाकपा (माले) नेता महबूब आलम बिहार के बारसोई विधानसभा से विधायक हैं और पहले भी कई बार सदन में राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए चर्चा में आ चुके हैं. गौरतलब है कि शताब्दी समारोह के कार्यक्रम के दौरान के विधायकों के संबोधन की कोई प्लानिंग नहीं थी. लेकिन आखिरी क्षण में सभी पार्टी के एक-एक विधायक को सभा को संबोधित करने का मौका दिया गया.
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