Ruckus in Bihar NDA: 'जाना है तो चले जाएं', मंत्री सम्राट चौधरी ने मुकेश सहनी पर साधा निशाना, कह दी ये बड़ी बात
मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मुकेश सहनी को बीजेपी के साथ-साथ गठबंधन के सभी नेता सम्मान के साथ देखते हैं. लेकिन इस तरह का जो वो बयान दे रहे हैं, तो इस बयान से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
पटना: वीआईपी (VIP) सुप्रीमो मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) और आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) की मुलाकात पर सियासत शुरू हो गई है. मंत्री से मुलाकात के बाद आरजेडी प्रवक्ता ने भले ही कहा हो कि मुलाकात को राजनीतिक नजरिए से नहीं देखा जाए, लेकिन इस मुलाकात के बाद मंत्री अपने ही गठबंधन की टारगेट पर आ गए हैं. इस मुलाकत पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी कोटा से मंत्री बने सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने गुरुवार को कहा कि मुकेश सहनी को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ-साथ गठबंधन के सभी नेता सम्मान के साथ देखते हैं. लेकिन इस तरह का जो वो बयान दे रहे हैं, तो इस बयान से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. यदि वे जाना चाहते हैं, तो चले जाएं.
नेताओं की मुलाकात नहीं पड़ने वाला फर्क
वहीं, आरजेडी नेता का जेडीयू और वीआईपी के नेताओं से मुलाकात के संबंध में उन्होंने कहा, " उनकी मुलाकात से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन नेताओं ने 2020 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को हराने के लिए पूरी एड़ी चोटी की जोर लगा दी थी. लेकिन चट्टानी एकता के साथ भारतीय जनता पार्टी उनके साथ खड़ी थी, इसलिए हमारी जीत हुई. आगे भी बीजेपी मुख्यमंत्री के साथ खड़ी रहेगी.
Bihar Politics: सहनी ने BJP पर किया पलटवार, कहा- बिना चार विधायकों वाली पार्टी के नहीं चलेगी सरकार
देर शाम मिलने पहुंचे थे आरजेडी नेता
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) के बयान के बाद जारी विवाद के बीच आरजेडी (RJD) प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mriyunjay Tiwari) बुधवार की देर शाम मंत्री के आवास पहुंचे थे. यहां दोनों ने काफी देर तक बातचीत की थी. मुलाकात के बाद बाहर निकले मृत्युंजय तिवारी से जब मंत्री से मिलने का कारण पूछा गया थी तो उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा था. केवल इतना ही कहा था कि नीतीश सरकार (Nitish Government) की नैया डगमगा रही है, इसकी पतवार सहनी के ही हाथों में है. कभी भी कुछ भी हो सकता है. हालांकि, अंतिम फैसला तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और लालू यादव (Lalu Yadav) को ही लेना है.
यह भी पढ़ें -