पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में जिस तरह से एलजेपी (LJP) नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) की भूमिका रही, उससे ये स्पष्ट हो चुका था कि अब एनडीए (NDA) में उनकी एंट्री मुश्किल है. जेडीयू (JDU) के साथ-साथ बीजेपी (BJP) नेताओं ने भी उनसे दूरी बना ली थी. लेकिन पिता रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की बरसी के बाद बीजेपी नेताओं से उनकी दूरियां कम होती दिख रही हैं. हाल ही में बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu) ने चिराज पासवान को एनडीए का हिस्सा बता कर सूबे का सियासी पारा बढ़ा दिया है.
चिराग पासवान हैं एनडीए का पार्ट
मंत्री नीरज कुमार बबलू ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि राजनीति में किसी से किसी की भी नजदीकियां बढ़ सकती हैं. चिराग पासवान एनडीए के पार्ट हैं और मुझे लगता है कि आगे भी रहेंगे. हालांकि जब इस संबंध में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) से पूछा गया तो उन्होंने मामले को कवर अप करने की कोशिश की और बहुत सधा हुआ जवाब दिया.
संजय जायसवाल ने कहा कि ये बात बिल्कुल स्पष्ट है. जो एनडीए के पार्ट हैं, वो सामने हैं. आज की तारीख में एलजेपी एनडीए का हिस्सा है और पशुपति पारस (Pashupati Paras) हमारे मंत्री हैं. यहां व्यक्ति की बात नहीं, दल की बात है. व्यक्ति कुछ नहीं होता. आज एलजेपी एनडीए का हिस्सा है और पार्टियां व्यक्ति से नहीं होती. पार्टी पार्टी होती है और व्यक्ति से समझौता नहीं होता, पार्टी का समझौता होता है. ये क्लियर है कि पशुपति पारस मंत्री हैं और एलजेपी एनडीए का हिस्सा है.
पूरे एनडीए को नुकसान पहुंचाया
इधर, बीजेपी नेताओं के बयान पर जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जब टीचर स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं, तो कुछ बच्चों को जल्दी समझा आती हैं चीजें और कुछ को समय लगता है. चिराग पासवान की पार्टी ने बीते विधानसभा चुनाव में नकारात्मक राजनीति कर के ना सिर्फ जेडीयू को बल्कि पूरे एनडीए को नुकसान पहुंचाया था.
उन्होंने कहा, " बीजेपी और एनडीए के शीर्ष नेताओं ने ये स्पष्ट कर दिया था कि जिनको भी नीतीश कुमार का चेहरा बिहार एनडीए के नेता के रूप में स्वीकार नहीं है, वो एनडीए के पार्ट नहीं हो सकता, इसलिए चिराग पासवान की एलजेपी एनडीए का पार्ट नहीं थी. ऐसे में अब यदि एनडीए के नेता ऐसा बयान देते हैं, तो इस मामले पर उन्हें अपने शीर्ष नेताओं से बात कर लेना चाहिए. तभी कोई प्रतिक्रिया देनी चाहिए."
कन्फ्यूजन दूर कर लें
जेडीयू प्रवक्तता ने कहा, " व्यक्ति बड़ा नहीं होता, पार्टी बड़ी होती है. संगठन बड़ा होता है और विचारधारा बड़ी होती है. जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ये तय कर दिया कि चिराग पासवान की एलजेपी एनडीए का हिस्सा नहीं तो फिर उसपर बहस कहां है. जिन्हें भी अपने कॉसेप्ट में कन्फ्यूजन है, वो दूर कर लें. यहां स्थिती स्पष्ट है."
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