महुआ मोइत्रा-निशिकांत दुबे विवाद पर बिहार में 'बवाल', NDA नेताओं ने जताई आपत्ति, विपक्ष ने भी की निंदा
मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि ममता बनर्जी शुरू से अराजकता फैलाने का काम करती रही हैं. तो वो वैसे ही शब्दों का प्रयोग करेंगी. ममता बनर्जी और उनके शिष्यों का बयान एक तरह का ही होता है.
पटना: झारखंड के देवघर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बीच बैठक में उन्हें गाली दी है. बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर कहा कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने आईटी कमेटी की बैठक में तीन बार उन्हें 'बिहारी गुंडा' कहा. उन्होंने आरोप लगाया कि शशि थरूर ने संसदीय परंपरा को खत्म करने की सुपारी ले रखी है.
बिहारी बदला लेना जानते हैं
निशिकांत दुबे के इस आरोप के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. बिहार एनडीए के नेता कड़ी शब्दों में टीएमसी सांसद के बयान की निंदा कर रहे हैं. वहीं, विपक्ष के नेताओं ने भी खेद प्रकट किया है. नेताओं का कहना है कि बिहारी होना गर्व की बात है. बीजेपी नेता हरिभूषण ठाकुर बचोल ने कहा कि मोइत्रा ने 13 करोड़ बिहारियों का अपमान किया है. वो स्वयं गुंडी है. बिहारी होना गर्व की बात है. टीएमसी सांसद माफी मांगें, नहीं तो बिहारी बदला लेना जानते हैं. दिल्ली में उनका रहना दूभर हो जायेगा.
उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो सबकी सरगना है. वे ड्रामेबाजी कर किसी तरह चुनाव जीत गई हैं. बिहार के लोग भोले-भाले हैं, इसलिए वे हमें टारगेट करते हैं. लेकिन, इस बार उन्हें महंगा पड़ेगा. इधर, जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने भी टीएमसी सांसद के बयान की निंदा की है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी पहले भी कई लोगों ने की है. ऐसे में ऐसी बातें करने वालों पर एक्शन लेना जरूरी है.
वहीं, मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि ममता बनर्जी शुरू से अराजकता फैलाने का काम करती रही हैं. तो वो वैसे ही शब्दों का प्रयोग करेंगी. ममता बनर्जी और उनके शिष्यों का बयान एक तरह का ही होता है. वे सभी बिहारियों को अपमानित करने का काम करते हैं और बिहार के लोग जो वहां बसे हैं, उन्हें भी अपमानित किया जाता है.
बिहारी होने पर गर्व है
इधर, कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा, " मैं एक प्राउड बिहारी हूँ, मुझे बिहारी होने पर गर्व है. बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे को ऐसा कह गया है. ऐसे में कोई तो बात होगी, उनमें कोई आपसी विवाद होगा. ये सब कुछ जानने की जरूरत है. लेकिन मैं ये कभी नहीं मानता कि किसी भी कॉन्टेस्ट में कोई किसी को गाली दे. इसलिए मैंने कहा कि मुझे अपने बिहारी होने पर गर्व है. बिहार के लोग जहां कहीं भी हैं, वो अपने कर्मों से उस राज्य को बनाते हैं.
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम बिहार का अपमान नहीं सहेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने सांसद पर कार्रवाई करें. मोइत्रा को ये बयान वापस लेना पड़ेगा क्योंकि बिहार है, तो देश है. पूरे देश की आजादी बिहार से मिली थी. बिहार से आंदोलन की शुरुआत हुई, तब जाकर देश आजाद हुआ. अगर बिहारी कसम खा ले कि बिहार छोड़कर वे कहीं और काम नहीं करेंगे तो हर प्रदेश भुखमरी के कागार पर पहुंच जाएगा.
सामाजिक उन्माद पैदा करना सही नहीं
एआईएमआईएम के बिहार अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि टीएमसी सांसद से ज्यादा बिहार के लीडरों को ये बात समझने की जरूरत है कि बिहार के लोगों को इतने हल्के अंदाज में क्यों लिया गया है. एक संवैधानिक पद पर बैठी हुई नेत्री बिहार के लोगों अगर गुंडा कह रही है तो वो अपने संवैधानिक पद का निर्वहन नहीं कर रही है. क्षेत्रीय और सामाजिक उन्माद पैदा करना कहीं से भी देश और समाज के हित में नहीं है. ऐसे लोगों को उनके जगह से बर्खास्त करना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट को ऐसे लोगों की बातों पर संज्ञान लेना चाहिए. ये राजनीतिक चोला पहनकर समाज में बिगाड़ पैदा करना चाहते हैं, जो देश हित में नहीं है.
मंत्री और बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने बिहार के लोगों का और बिहार के सरजमीं का घोर अपमान किया है. इस विषय पर बिहार विधान परिषद में बीजेपी के प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय मयूख ने और बिहार विधानसभा में नितिन नवीन ने मुद्दा उठाया है. अब राजद को भी टीएमसी से अपने रिश्ते बिहार के हित में तोड़ लेना चाहिए. राजद को जिन्होंने टीएमसी के लिए प्रचार किया था, उन्हें बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसे बिहार विरोधी मानसिकता रखने वाली पार्टी के लिए प्रचार किया.
बिहार के सम्मान से कोई लेना-देना नहीं
वहीं, संजय मयूख ने कहा कि जिस तरह लालू प्रसाद यादव पर तीखी टिप्पणी के बाद आरजेडी और कांग्रेस ने चीखना चिल्लाना शुरू किया था. उसी तरह उन्हें अब भी विरोध करना चाहिए. लेकिन लगता है उन्हें बिहार के सम्मान और स्वाभिमान से कोई लेना देना नहीं है. उन्हें सिर्फ राजनीति करनी है. मैं अभी भी कहूंगा इस पर निंदा प्रस्ताव विधानसभा और विधान परिषद में पारित करना चाहिए.
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