जहानाबाद: प्रदेश के जहानाबाद जिला स्थित सदर अस्पताल में शुक्रवार को उस समय अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया, जब एक बच्चे की मौत हो गई. मौत की खबर पाते ही परिजन आक्रोशित हो गए और सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की. आक्रोशित लोगों ने इमरजेंसी वार्ड के दरवाजे व खिड़कियां, एएनएम-नर्स वार्ड की टेबल कुर्सियां और डॉक्टर चैंबर को नुकसान पहुंचाया.


अर्घ्य देने के दौरान हुआ था हादसा


दरअसल, जिले के नगर थाना क्षेत्र स्थित महमदपुर छठ घाट पर छठव्रती उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे थे. इसी दौरान मेदनीचक गांव निवासी छठव्रती का 10 वर्षीय बेटा साहिल कुमार तालाब में डूब गया. आनन फानन स्थानीय लोगों की मदद से उसे पानी से बाहर निकल कर सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. ये सुनने के बाद परिजन शव को लेकर चले गए. लेकिन कुछ ही देर बाद दोबारा शव लेकर अस्पताल पहुंचे और बच्चे को जिंदा कह कर इलाज करने की बात कही. 


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डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप


ऐसा करने से डॉक्टरों ने जब मना किया तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामा होता देख सदर अस्पताल के कर्मी व डॉक्टर अस्पताल छोड़ मौके से फरार हो गए, जिसके बाद परिजनों ने इमरजेंसी वार्डों में जमकर तोड़फोड़ की. पूरे मामले में परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगते हुए बताया कि घोसी थाना क्षेत्र के वैना गांव निवासी राजेश ठाकुर का दस वर्षीय बेटा साहिल कुमार दो दिनों पूर्व छठ पर्व के मौके पर अपने नानी घर मेदनीचक गांव आया था.


पुलिस ने लोगों समझा कर किया शांत


इसी क्रम में शुक्रवार की सुबह महमदपुर छठ घाट पर नहाने के दौरान वो गहरे पानी में चल गया, जिसे अस्पताल लेकर जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसी कारण हंगामा हुआ है. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. इसके बावजूद मृतक के परिजन शव के साथ सदर अस्पताल के गेट पर काफी देर तक हंगामा करते रहे. 


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