पटना: बिहार में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के बीच बीजेपी (BJP) ने सूर्य नमस्कार दिवस मनाने का फैसला लिया है. बीजेपी द्वारा 12 जनवरी को सूर्य नमस्कार दिवस मनाया जाएगा, जिसमें पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. चूंकि बिहार में बीजेपी तीन अन्य पार्टियों जेडीयू (JDU), हम (HAM) और वीआईपी (VIP) के साथ गठबंधन में है, ऐसे में अनुमान था कि इन पार्टियों के नेता भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, जेडीयू के एमएलसी ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वे इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकते. इस्लाम धर्म उन्हें सूर्य की आराधना की इजाजत नहीं देता है.
देश के संविधान ने दी है आजादी
जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि सूर्य नमस्कार एक धार्मिक मान्यता है. वहीं, देश के संविधान में धार्मिक मान्यताएं मानने ना मानने की आजादी है. संविधान में कहा गया है कि जिसे जो मजहब पसंद है वो उसे अपनाए और उससे जुड़ी मान्यताओं का पालन करे. ऐसे में सूर्य नमस्कार को कोई अपना धार्मिक मुद्दा मानता है तो मानें. इस पर हमें कोई टिप्पणी नहीं करनी.
इस्लाम में केवल अल्लाह सजदा योग्य
उन्होंने कहा कि इस्लाम में मुसलमानों के सिर्फ एक अल्लाह को ही सजदा करने के योग्य माना है. मुसलमान उनका सजदा बिल्कुल नहीं करेंगे जिस चीज अल्लाह ने पैदा किया है. सूरज को अल्लाह ने पैदा किया है. ऐसे में हम उस पैदा करने वाले का सजदा करेंगे. जो चीज उन्होंने पैदा की है, उसका सजदा हम बिल्कुल नहीं करेंगे.
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