पटना: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) द्वारा रोड शो के दौरान बिहार और यूपी के लोगों के संबंध में दिए गए विवादित बयान पर बिहार में बवाल मच गया है. बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) के करीबी नेता और जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा (Sanjay Kumar Jha) ने चन्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) की निंदा करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए. वहीं, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) ने भी चन्नी के बयान की निंदा की है.
मेहनती लोगों को बदनाम किया
दरअसल, चन्नी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश और बिहार के भैया राज्य में आकर शासन नहीं कर सकते.’’ इसी बात को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय झा ने कहा, " शर्मनाक. पंजाब के सीएम ने जिस तरह से बिहार और यूपी के मेहनती लोगों को बदनाम किया और उनका मजाक उड़ाया है, यह देखना घृणित है. और जिस उल्लास के साथ प्रियंका गांधी सीएम के बयान का समर्थन कर रही हैं. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और कांग्रेस से माफी मांगने की मांग करते हैं."
संजय झा ने कहा, " क्या चन्नी जानते हैं कि पंजाब की दौलत और विकास बिहार के हजारों प्रवासी कामगारों पर निर्भर है. और कोविड के दौरान जब हमारे भाई-बहन बिहार और यूपी वापस जाने लगे तो राज्य में हड़कंप मच गया था." वहीं, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, " कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा कर सीएम बनाए गए चन्नी राहुल गांधी की पसंद हैं, इसलिए पहले उन्होंने उनके इशारे पर प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब रैली नहीं होने दी, सुरक्षा में लापरवाही बरती और अब वे दो राज्यों के विरुद्ध नफरत फैला रहे हैं."
बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय
बीजेपी नेता ने कहा, " चुनाव आयोग को चन्नी के इस बयान को गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए. पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने बिहार-यूपी के लोगों को राज्य में घुसने न देने की जो अपील की, वह बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय है. चन्नी ने प्रियंका गांधी की मौजूदगी में बिहार-यूपी के लोगों से अपनी गहरी नफरत का इजहार किया, इसलिए प्रियंका गांधी को दोनों राज्यों की जनता से माफी मांगनी चाहिए"
उन्होंने कहा, " कांग्रेस यदि गलती से भी पंजाब में जीत गई, तो बिहार-यूपी के लोगों का वहां जीना दूभर हो जाएगा. सरदार चन्नी को पता होना चाहिए कि यदि बिहार-यूपी के लोग पंजाब न जाएं, तो उनके किसानों के लिए खेती करना और कारखाने चलाना, दोनों मुश्किल हो जाएगा. पंजाब की समृद्धि में उन भैया लोगों का पसीना लगा है, जिन्हें एक कांग्रेसी मुख्यमंत्री देखना नहीं चाहता. चन्नी का बयान देश में कहीं भी रोजी-रोजगार करने के सभी भारतीय नागरिकों के अधिकार पर चोट करने वाला है."
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