Rupauli By-Elections News: पूर्णिया की रुपौली विधानसभा क्षेत्र में 10 जुलाई को उपचुनाव होने वाला है. इसके लिए आज सोमवार (08 जुलाई) की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा. यह उपचुनाव एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है. लगातार 2000 से इस सीट पर कब्जा जमाने वाली बीमा भारती (Bima Bharti) इस बार आरजेडी के टिकट पर मैदान में हैं. इससे पहले 2005 से लेकर 2020 तक वह जेडीयू से चुनाव लड़कर जीतती आई हैं.


वर्ष 2000 में वह निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं और जीत गई थीं. बीमा भारती के प्रतिद्वंद्वी के रूप में एनडीए की ओर से जेडीयू प्रत्याशी कलाधर प्रसाद मंडल हैं जो उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं. जेडीयू का दावा है कि पिछले 20 सालों यह सीट परंपरागत रूप से जेडीयू की रही है और उपचुनाव में कलाधर मंडल जीत हासिल करेंगे. जेडीयू अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए हर संभव प्रयास में जुटा है.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार सरकार के कई मंत्री रुपौली में लगातार भ्रमण कर रहे हैं. इनमें विजय कुमार चौधरी, लेसी सिंह, सुनील कुमार, जीतन राम मांझी, चिराग पासवान भी संभवतः आज (08 जुलाई) जा सकते हैं. एनडीए इस सीट को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.


बीमा भारती के प्रचार में आज जाएंगे तेजस्वी यादव


वहीं इंडिया गठबंधन से आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती के लिए आज तेजस्वी यादव भी प्रचार करने के लिए रुपौली जाने वाले हैं. उधर पूर्णिया से निर्दलीय नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव ने बीमा भारती का नाम लिए बिना महागठबंधन को समर्थन करने का एलान कर दिया है. पप्पू यादव ने कहा है कि उनकी विचारधारा कांग्रेस के साथ है. उनकी विचारधारा कहती है कि समाज का सम्मान और स्वाभिमान जिंदा रहना चाहिए. इसके लिए सभी लोगों को अपनी लड़ाई मजबूती से लड़ना चाहिए. हालांकि अपने जारी किए गए वीडियो में उन्होंने एक बार भी बीमा भारती को वोट करने के लिए खुलकर नहीं कहा है.


रुपौली विधानसभा में त्रिशंकु चुनाव होने के संकेत


रुपौली विधानसभा सीट से भले ही 2005 से लगातार जेडीयू जीतता आया हो लेकिन इस बार उपचुनाव में पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र की तरह रुपौली विधानसभा में भी त्रिशंकु चुनाव होने के संकेत मिल रहे हैं. यहां एनडीए उम्मीदवार और इंडिया गठबंधन उम्मीदवार के अलावा एक निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह हैं जो पहले भी यहां से एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. इस बार काफी मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं. शंकर सिंह अगड़ी जाति से आते हैं. माना जा रहा है कि अपर कास्ट का वोट वह लेने में कामयाब हो जाएंगे. मुसलमान का वोट लेने में भी शंकर सिंह कामयाब हो सकते हैं. ऐसे में स्थानीय जानकार बता रहे हैं कि यहां मुकाबला त्रिशंकु होने का है. 


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