जहानाबादः रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे बिहार के छात्रों के परिजनों की बेचैनी बढ़ गई है. सबके परिजन अपने लाल की सलामती और सकुशल घर बुलाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. यूक्रेन में फंसे छात्रों में जहानाबाद का अंशुमान शर्मा भी शामिल है. वो यूक्रेन में एमबीबीएस का छात्र है. अभी वो एमबीबीएस के अंतिम सत्र में है. 


अंशुमान जहानाबाद शहर के प्रोफेसर कॉलोनी का रहने वाला है. अंशुमान के पिता अमरेंद्र कुमार और माता सुनीता देवी अपने बेटे की बातों को सुनने के बाद बेचैन हैं. माता-पिता ने सरकार से गुहार लगाई है कि पुत्र को किसी तरह यूक्रेन से वापस लाया जाए. 



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आठ मार्च को लौटने वाला था भारत


अंशुमान शर्मा को आठ मार्च को अपने वतन लौटना था, लेकिन अचानक फायरिंग और बमबाजी होने लगी. बमबाजी के दौरान आयुष्मान एक बंकर में छुप गया. वहीं अचानक शुरू हुए युद्ध के कारण फ्लाइट को रद्द कर दिया गया. अंशुमान गुरुवार की रात करीब नौ बजे फोन पर अपने परिजनों को सारी बात कही. बताया कि कैसे वह एक बंकर में छुपा है और रूस-यूक्रेन का युद्ध जारी है.  


परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल


फोन पर बातचीत के बाद अंशुमान के परिजन बेचैन हैं. अंशुमान के पिता अमरेंद्र शर्मा और मां सुनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. पूरा परिवार बेटे के यूक्रेन में फंसे होने से गम में है. उन्हें अंशुमान की सलामती की चिंता सता रही है. पिता अमरेंद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें सरकार पर भरोसा है. जल्द ही अंशुमान अपने वतन लौटेगा.


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