सहरसा: बिहार के सरकारी स्कूलों में कोरोना के कारण लंबे समय शिक्षा व्यवस्था से बाधित है. लेकिन बिहार के सहरसा में एक ऐसा स्कूल है जो कोरोना काल के पूर्व से भी बीएमपी जवान के हवाले है और लंबे समय से स्कूल में बीएमपी जवानों ने डेरा डाल रखा है. जिले के मध्य विद्यालय आरक्षी केंद्र सहरसा में 752 बच्चे नामांकित हैं और उन बच्चे को पढ़ाने के लिए विद्यालय में अनुपातिक दर से शिक्षक भी हैं. लेकिन जिस कक्षा में बच्चे पढ़ेगें, वह कक्षा बीएमपी जवानों के हवाले है. ऐसे में बच्चों को पढ़ने में काफी परेशानी हो रही है.


कई सालों से रह रहे हैं जवान


कोरोना की वजह से मार्च, 2020 से स्कूल में बच्चों की पढ़ाई बंद हो गई, लेकिन इस स्कूल में कोरोना के समय में जो बटालियन आए थे , वह अभी तक तैनात हैं. जबकि उससे पहले से रह रहा बटालियन वहां वर्षों से रह रहा है. ऐसे में कोरोना काल से पहले और कोरोना काल दोनों में ही बच्चों की पढ़ाई बाधित है, जबकि स्कूल में बच्चे का नामांकन लगातार जारी है.


सरकारी आदेश का कर रहे इंतजार


बता दें कि स्कूल खाली करवाने के लिए कई बार वरीय अधिकारियों को कहा गया था. लेकिन उनलोगों ने भी इस बात को नजरअंदाज कर दिया. इधर, बीएमपी जवानों का कहना है कि हमलोग यहां फरवरी 2020 से अवस्थित हैं और हमलोगों से पहले भी यहां एक बटालियन रहता था. जैसा आदेश मिलेगा उसका हमलोग पालन करेगें. हम लोगों को कल यहां से हटने का आदेश होगा तो निकल जाएंगे.