सहरसा: ग्रामीण इलाकों में अब कोरोना जांच होगा आसान, जिला प्रशासन ने किया यह काम
जिला प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मोबाईल वैन मुहैया कराया है. इस वैन में रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है.
सहरसा: जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मोबाईल वैन मुहैया कराया है. इस मोबाईल वैन में रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की कोरोना जांच की जाएगी. जिलाधिकारी कौशल कुमार ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर से कोरोना जांच के लिए दो मोबाईल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने बताया कि जिले के 13 स्वास्थ केंद्रों पर टेस्टिंग की जा रही है, जहां रोजाना लगभग 1500 जांच हो रही है और जिले में 2000 जांच का लक्ष्य रखा गया है.
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में वैन के जरिए कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ाई जाएगी, ताकि उसकी चपेट में आए लोगों की पहचान की जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे स्वास्थ विभाग की टीम को जहां भी कोई संदिग्ध दिखाई देगा, वहां ये वैन पहुंचकर उनका टेस्ट करेगी. इससे ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग और सैम्पल कलेक्सन आसान हो जाएगा.
बता दें कि रोजाना 8.30 बजे सुबह में जिला स्वास्थ्य समिति से मोबाईल वैन प्रस्थान करेगी और वापिस आने पर प्रतिवेदन जिला स्वास्थ्य समिति को समर्पित करेगी. इस कार्य का संचालन जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर द्वारा किया जाएगा. वहीं जिलाधिकारी द्वारा सदर एसडीओ को निर्देश दिया गया कि जिले के सभी थाना प्रभारियों को होम आइसोलेशन में रह रहे पॉजिटिव मरीजों और कंटेन्मेंट जोन की सूची उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएंगे, जिससे होम आइसोलेशन और कंटेन्मेंट जोन के नियम तोड़ने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके.
इस मौके पर उपविकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह, सिविल सर्जन अवधेश कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मी मौजूद थे.