सहरसा: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में 243 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों ने धीरे-धीरे अपनी दावेदारी मजबूत करनी शुरू कर दी है. हाल ही में बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय नौकरी से वीआरएस लेकर जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर चुनावी मैदान में कूद गए हैं.


नौकरी छोड़ आरजेडी की ली सदस्यता


कुछ इसी तरह सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड में बीडीओ की नौकरी कर रहे डॉ. गौतम कृष्ण अपनी नौकरी से त्यागपत्र देकर, आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर महिषी विधानसभा से चुनावी मैदान में कूद गए हैं. हालांकि, उनको टिकट मिलेगा या नहीं यह कहना मुश्किल है. लेकिन गौतम कृष्ण आरजेडी से अपनी प्रबल दावेदारी का दावा ठोककर आम जनमानस के बीच अनवरत घूम रहे हैं.


बीडीओ के रूप में लोगों की कर चुके हैं सेवा


हालांकि, जिस विधानसभा सीट से गौतम कृष्ण दावा चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं, उसी विधानसभा के अंतर्गत एक प्रखंड में वह कुछ दिनों तक बीडीओ की नौकरी कर लोगों की सेवा कर चुके है. वैसे चुनावी समय में आम जन मानस जाति, पार्टी और पैसा के चक्कर में फंस जाती है. बाबाजूद इसके यह देखना दिलचस्प होगा कि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की तरह नौकरी से त्यागपत्र देकर चुनावी मैदान में आए डॉ.गौतम कृष्ण को पार्टी टिकट देती है या नहीं? और अगर टिकट देती है तो यहां यह जनता के विश्वास पर खरे उतर पाते हैं कि नहीं ?


गौतम कृष्ण ने कही यह बात


इस संबंध में बात करते हुए भावी आरजेडी प्रत्याशी सह पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण ने कहा कि भय, भूख, भर्ष्टाचार से यहां की पटकथा लिखी गई है और इन्हीं तीनों चीजों से मुकाबला करने के लिए हम जनता के बीच आए हैं. वहां जिस तरह का व्यवस्था विकसित है, उस बीच अपने ईमान को बचाना बहुत मुश्किल है, जो अभी वर्तमान सरकार है उसका सबकुछ उलट-पुलट और भर्ष्टाचार युक्त है. यहां ईमान से काम करने वालों को प्रताड़ित किया जाता है.