सहरसा: जिले में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने सड़क और तालाब के बीच के फर्क को खत्म कर दिया है. जलजमाव की वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. वहीं लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं. मालूम हो कि सहरसा कोसी कमिश्नरी का मुख्यालय कहलाता है. लेकिन यहां की सड़कों की हालत गांव से बदतर है. ऐसे में जलजमाव शहरवासियों की परेशानी और बढ़ा दी है.



कुछ महीनों पहले तक एनएच थी सड़क


खासकर सहरसा को दूसरे शहर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क की दशा बुरी है. सड़क का कुछ हिस्सा कुछ महीने पहले तक एनएच-107 हुआ करता था. लेकिन अब यह सड़क बिहार सरकार के पीडब्ल्यूडी को हस्तांतरित की जा चुकी है. रखरखाव की मंशा से हस्तांतरित किए जाने के बाद भी इस सड़क की स्थिति नहीं सुधर सकी. सड़क के नाम पर सिर्फ गड्ढे हैं, जिस वजह से रोज दुर्घटनाएं होती हैं.


वोट बहिष्कार की दी चेतावनी


स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क जर्जर हो चुका है, लेकिन किसी नेता, सांसद या विधायक का ध्यान इस ओर नहीं जाता है. अगर यही रवैया रहा तो इस बार के चुनाव में हमलोग वोट बहिष्कार करेंगे. इस बार हमलोगों ने मतदान नहीं करेगें. कई बार गुहार लगाने के बावजूद हमारी मांग पूरी नहीं की गई, ऐसे में अब हम मतदान तब ही करेगें जब सड़क का निर्माण होगा.