मोतिहारी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बुधवार को समाधान यात्रा में मोतिहारी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जगह जगह पर निरीक्षण कार्य किया. साथ ही लोगों की समस्या भी सुनी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी समाधान यात्रा का मकसद यही है कि विकास कार्यों का जायजा लेना है. कितना काम हुआ, कितना वंचित है और उसके अलावा कहीं कुछ जरुरत है जो लोगों की इच्छा है, इन सब चीजों को जानने और समझने के लिए यात्रा है. मैं इसी सिलसिले में सब जगह जाकर देख रहा हूं कि अच्छा से काम हुआ है, लेकिन जब मीटिंग होती है तो उसमें भी सब लोग बता देते हैं कि कहां क्या कमी है. कहा मैं डिपार्टमेंट के लोगों को जोड़कर हम रखता हूं. यहां के भी कुछ लोग रहते हैं.
‘जो नहीं हुआ वो ही करना और समझना मेरा मकसद’
मुख्यमंत्री बोले कि कुछ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ते हैं जो करना हैं तो एक एक काम करते हैं. हमलोगों की जो घोषणाएं हैं वह अगर पूरी नहीं हुई है तो उसको पूरा करना है. जहां कहीं भी आवश्यकता है वहां काम करेंगे. हम हमेशा घूम कर देखते रहते हैं. यह बापू की भूमि है और बापू के सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष 2017 में कई कार्य किए है. कोई भी एक चीज को नहीं छोड़ी है. मैंने पैदल यात्रा भी यहां की है. अभी हमारा मकसद यही था कि जहां जो काम हो रहा है वह तो हो हो ही, लेकिन कुछ और भी होना चाहिए. उसी कार्य को जानना और समझना मेरा मकसद है.
मदरसा में बच्चियों ने किया गाने से स्वागत
समाधान यात्रा के क्रम में गोपालगंज से मोतिहारी पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश को पुलिस लाईन में बने हेलीपैड पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद वह सड़क मार्ग से बंजरिया प्रखंड की सिसवा पूर्वी पंचायत के सिसवा गांव पहुंचे जहां अल अमीन एडुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट सिसवा द्वारा संचालित कुल्लिया आइशा सिद्दीका ले-तालीमिल बनात मदरसा का उन्होंने मुआयना किया. वहां की बच्चियों ने मुख्यमंत्री का अभिवादन स्वागत गान से किया फिर उन्होंने पंचायत में सात निश्चय योजना के तहत हुए कार्यों का उद्घाटन किया और कराए गए कार्यों का निरीक्षण किया. पंचायत भवन में चल रहे आरटीपीएस के कार्यों को देखा और मदरसा बोर्ड के फोकानिया परीक्षा में प्रथम श्रेणी से पास दो छात्राओं को प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा.
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