मधेपुरा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने रविवार को मधेपुरा में समाज सुधार अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी कानून, दहेज मुक्त शादी और बाल विवाह रोकने को लेकर लोगों को जागरूक किया. हालांकि, सीएम के कार्यक्रम में आम लोगों का प्रवेश सीमित संख्या में कराने का आदेश होने के कारण कार्यक्रम स्थल के बाहर लोगों की भीड़ देखी गई.


ममता कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा


आम लोगों के साथ कई एनडीए के नेता भी स्टेडियम के बाहर भटकते दिखे. जैसे ही लोगों की भीड़ बढ़ती वैसे ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उन्हें खदेड़ कर वहां से हटा दिया जा रहा था. इस दौरान सीएम के कार्यक्रम में जाने की जिद पर अड़ी स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली ममता कार्यकर्ताओं ने बी.एन मंडल स्टेडियम के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया. ममता दीदियों ने कहा कि आज सरकार हमारे द्वार पर आई है. हम हाथ जोड़कर उनसे मिलने की विनती कर रहे हैं, लेकिन हमें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. 


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ममता दीदियों ने कहा कि जब चुनाव का समय आता है तो यही सरकार हमारे द्वार पर हाथ जोड़े खड़ी रहती है. लेकिन आज हमें जाने नहीं दिया जा रहा. गौरतलब है कि सेवा के नियमितीकरण और वेतन भुगतान की मांग को लेकर दर्जनों ममता बीएन मंडल स्टेडियम के बाहर काफी देर तक जमी रहीं. हालांकि, उन्हें एंट्री नहीं मिली. 


काफी समझाने के बाद हटीं ममता दीदी 


इस दौरान सदर एसडीएम नीरज कुमार के समझाने-बुझाने और आवेदन लेने के बाद वे लोग वहां से हटीं. इधर, कार्यक्रम में प्रवेश करने से पहले लोगों से काला कपड़ा भी खूब उतारवाया गया. आम लोगों के साथ ही जेडीयू शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष को भी काली बंडी खोलने के बाद ही अंदर जाने दिया गया.


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