समस्तीपुर: रेलवे क्वार्टर के अंदर एक डॉक्टर का परिवार मौजूद था और बाहर से मकान को सील कर दिया गया. समस्तीपुर के रेलवे कॉलोनी में बीते मंगलवार (13 जून) को कुछ ऐसा ही हुआ. डॉक्टर परिवार ने रेलवे प्रशासन पर बंगले को बाहर से सील करने का आरोप लगाया है. घर के अंदर डॉक्टर के बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो बच्चे चार घंटे तक बंधक बने रहे. यह खबर मीडियाकर्मियों को मिली तो रेलवे प्रशासन हरकत में आया फिर बंगले का सील खोल दिया गया. डॉक्टर के परिवार ने रेलवे प्रशासन पर यह आरोप लगाया है जबिक डीआरएम ने ऐसी घटना से इनकार किया है.


क्या है पूरा मामला?


इस मामले में डॉक्टर के पिता का कहना है कि रेलवे परिसर में लंबे समय से बंद स्विमिंग पुल को दो दिन पूर्व में ही खोला गया था. सोमवार (12 जून) की शाम डीआरएम के परिवार के सदस्य स्नान कर रहे थे. इसी दौरान रेलवे के कॉन्ट्रैक्ट डॉक्टर शिवाशीष राय भी पहुंच गए, लेकिन स्विमिंग पुल पर तैनात कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से मना किया. इस दौरान डॉक्टर और कर्मी के बीच कहासुनी हो गई.


इसके बाद देर रात करीब 11 बजे डॉक्टर के बंगले के बाहर यह कहते हुए नोटिस चिपकाया गया कि 13 जून को दिन के 12 बजे तक खाली कर दें. वजह बताई गई कि डॉक्टर का कांट्रैक्ट 22 मई को ही समाप्त हो चुका है. इसके बाद मंगलवार की दोपहर बंगले को सील कर दिया गया जबकि घर के अंदर डॉक्टर के बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो बच्चे मौजूद थे.


इस पूरे मामले पर डीआरएम ने क्या कहा?


इस मामले पर डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो चुका था जिस कारण बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था. सील करने का कोई आदेश नहीं है. मीडिया कर्मियों के इस सवाल पर कि बंगला तो सील था. इस पर डीआरएम ने कहा कि दो चीजें हो सकती हैं, या तो खुद डॉक्टर ने ही सील कर लिया हो या अगर हमारे किसी आदमी ने किया है तो जांच करेंगे.


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