समस्तीपुर: तीन साल से बंद रामेश्वर जूट मिल में आज बजेगा सायरन, शुरू होगा उत्पादन
जूट मिल में काम करने वाले मजदूर और उनके परिवार वालों का कहना है यह मिल 6 जुलाई 2017 को मिल प्रबंधन के द्वारा बंद कर दिया गया था. तब से लेकर अब तक यहां काम करने वाले मजदूर बेरोजगार हैं.
समस्तीपुर: जिले में तीन साल से बंद पड़े रामेश्वर जूट मिल में एक बार फिर रविवार से सायरन बजना शुरू हो जाएगा. मिल में उत्पादन शुरू होने से यहां कार्यरत 4 हजार मजदूरों और उनके परिवार के सदस्यों के बीच खुशी का माहौल देखा जा रहा है. जूट मिल का पुनः शुभारंभ दिन के तीन बजे सायरन/हूटर बजा कर उद्योग मंत्री महेश्वर हजारी करेंगे. वहीं मंत्री और अधिकारी शुभारंभ के बाद मिल के वर्क स्टेशन और अन्य विभागों का निरीक्षण भी करेंगे.
पिछले तीन वर्षों से बंद पड़ा था मिल
जूट मिल की उत्पाद क्षमता 70 टन प्रतिदिन है. बता दें कि जिला के कल्याणपुर प्रखंड के भागीरथपुर पंचायत स्थित रामेश्वर जूट मिल बीते 3 वर्ष से बंद पड़ा था. इसके बंद होने के कारण वहां काम करने वाले कामगारों के सामने बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई थी. मिल के चालू होने की खबर से मजदूरों में खुशी है.
मिल में काम करने वाले मजदूर हैं बेरोजगार
जूट मिल में काम करने वाले मजदूर और उनके परिवार वालों का कहना है यह मिल 6 जुलाई 2017 को मिल प्रबंधन के द्वारा बंद कर दिया गया था. तब से लेकर अब तक यहां काम करने वाले मजदूर बेरोजगार हैं. उनके सामने दो वक्त के भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई थी. मिल में काम करने वाले सेवानिवृत्त कर्मियों का बकाया वेतन और पीएफ तक का भुगतान तक लंबित है, जिसके कारण मजदूरों के बच्चों के पढ़ाई लिखाई भी सही से नहीं हो पा रही है. यहां तक कि मिल प्रबंधन के द्वारा मजदूरों के बिजली और पानी को भी बंद कर दिया गया है. अब मंत्री के आश्वासन के बाद भी उन्हें भरोसा नहीं हो रहा है.
मिल मजदूर लगातार कर रहे थे आंदोलन
माजदूरों का कहना है कि इससे पहले भी मिल चालू तो हुई थी, लेकिन महज कुछ महीनों बाद बंद हो गई थी. कहीं इस बार भी चुनावी वर्ष में उनके साथ छलावा तो नहीं किया जा रहा है. ज्ञात हो कि 3 वर्षो से बंद पड़े इस मिल को चालू करने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर मिल मजदूर लगातार आंदोलन भी कर रहे थे. लेकिन अब चुनावी वर्ष में मिल को चालू किए जाने को लेकर मजदूर यूनियन के नेता और जनप्रतिनिधि संशय में है.
मिल में प्रोडक्शन का काम होगा शुरू
मिल को चालू करवाने को लेकर वर्षों से संघर्ष कर रहे स्थानीय पंचायत समिति सदस्य सूरज कुमार का कहना है कि इस मिल से ना केवल मिल के 4000 मजदूर बल्कि लगभग इलाके के 15 से 20 हजार परिवार भी लाभान्वित हो रहे थे. मिल मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी का बताना है कि मिल प्रबंधन ने उन्हें भी इसके चालू रहने का भरोसा दिया है. वहीं मिल प्रबंधक त्रिलोकीनाथ सिंह का कहना है कि कई बार हुए आगजनी से नुकसान और अन्य कारणों को लेकर मिल को बंद किया गया था. लेकिन अब फिर से मिल को चालू किया जा रहा है. मिल में प्रोडक्शन का काम शुरू हो जाएगा.