(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Politics: अमित शाह से मिले सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, क्या मंत्रिमंडल विस्तार की लिस्ट पर लग गई फाइनल मुहर?
Bihar Politics: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा अभी दिल्ली में हैं. वहीं, रविवार को उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
पटना: दिल्ली में आज (4 फरवरी) देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) और विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने मुलाकात की. इस दौरान तीनों नेताओं के बीच बिहार की राजनीति को लेकर चर्चा हुई. बता दें कि एनडीए की सरकार बनने के बाद बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर काफी चर्चा हो रही है. अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया है. विपक्षी पार्टियां एनडीए में कलह की बात कह रही है. जीतन राम मांझी दो मंत्रालय की मांग कर रहे हैं. इस बीच डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने नई दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की. कहा जा रहा है कि इन सभी मुद्दों पर बातचीत हुई होगी.
मंत्रालय बंटवारा का हुआ था ऐलान
हालांकि, मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को मंत्रालय का बंटवारा किया. इसमें बंटवारे के अनुसार सीएम नीतीश ने अपने पास कुल 5 मंत्रालय रखे, जबकि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को 9-9 विभाग दिया गया है. इस सीट बंटवारे में बीजेपी के पास 23 विभाग रहेगा. 19 विभाग जेडीयू के पास, दो विभाग 'हम' के पास और एक विभाग निर्दलीय विधायक के पास रहेगा.
जीतन राम मांझी की मांग पर सियासत गरमाई
'हम' के संयोजक जीतन राम मांझी इन दिनों बिहार की राजनीति में काफी चर्चा में हैं. जीतन राम मांझी का एक बयान एनडीए के लिए समस्या बन गई है. जीतन राम मांझी ने कहा कि 'हम' को दो मंत्रालय मिलना चाहिए. ऐसा अगर नहीं होता है तो यह हमारे लिए अन्याय होगा. आगे उन्होंने कहा कि महागठबंधन की तरफ से मुझे सीएम पद का ऑफर मिला था. इस मांग के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने जीतन राम मांझी को महागठबंधन से हाथ मिलाने के लिए सीएम पद का ऑफर दे दिया है.
डिप्टी सीएम ने कही ये बात
वहीं, नई दिल्ली में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस में लोग डरे हुए हैं. उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है. वे विधायकों का अपमान करते हैं. कांग्रेस को इस सोच से मुक्त होना चाहिए कि विधायक एक बंधुआ मजदूर है. विधायक जनता का फैसला लाते हैं और उन्हें अपना निर्णय स्वयं लेने में सक्षम होना चाहिए. वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सारी फाइल खोलेंगे. ये लोग जो सरकार में थे सब ठेकेदार थे. सबका इलाज होगा, ये बालू माफिया, शराब माफिया से जुड़े लोग हैं. एक-एक व्यक्ति की जांच होगी. लालू यादव के बेटे जो बोलते हैं कि खेला होगा उन्हें हम लोग खेलने के लिए खिलौना ज़रूर देंगे.
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