Santosh Manjhi Resign: BJP को मांझी के फैसले का इंतजार, निखिल आनंद ने बताया क्यों नाराज थे CM नीतीश कुमार
Bihar Politics: बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. कहा कि संतोष मांझी ने इस्तीफा देकर नीतीश कुमार का असली चेहरा उजागर कर दिया.
पटना: हम के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे संतोष सुमन (Santosh Suman) ने मंगलवार (13 जून) को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के बाद कई पार्टियों ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर ही सवाल उठाए. सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के पास जो वापस गया उसे हमेशा ही धोखा मिला है. अब बीजेपी ने भी हमला बोला है. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि संतोष सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा देकर नीतीश कुमार का असली चेहरा उजागर कर दिया.
निखिल आनंद ने कहा कि जीतन राम मांझी बड़े नेता हैं. एनडीए में आना चाहेंगे तो हमारा शीर्ष नेतृत्व जरूर विचार करेगा. हम लोग इंतजार में हैं कि मांझी क्या फैसला लेते हैं. निखिल आनंद ने आगे कहा कि मांझी की पार्टी को नीतीश खत्म करना चाहते थे. जिस तरह नीतीश ने शकुनि चौधरी से समता पार्टी छीन ली थी, शरद यादव, जॉर्ज फर्नांडिस से जनता दल यू हथिया लिया, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का जेडीयू में विलय करवा दिए थे उसी तरह नीतीश अब मांझी की पार्टी पर नीतीश कुमार कब्जा करना चाहते थे.
सीएम नीतीश इस कारण थे नाराज?
बीजेपी नेता ने कहा कि जीतन राम मांझी और उनके बेटा संतोष मांझी हमेशा दलितों के मुद्दे को उठाते रहे हैं. महागठबंधन सरकार में दलितों पर जुल्म हो रहा है. दलितों तक सरकार की योजना नहीं पहुंच रही है. यही बात तो मांझी उठा रहे थे इसलिए नीतीश कुमार नाराज थे.
'सब बिछड़े बारी बारी... '
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि महागठबंधन का हाल यही होना है, सब बिछड़े बारी बारी. संतोष मांझी का इस्तीफा यह दर्शाता है कि महागठबंधन में कितनी दरार है. अब महागठबंधन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. जिस तरह से उन पर दबाव बनाया जा रहा था इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया. नीतीश कुमार 23 जून को देश के विपक्षी एकता की बैठक पटना में करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले बिहार में उनके गठबंधन के लोग उन्हें छोड़कर भाग रहे हैं. दलित समाज से आने वाले जीतन राम मांझी एक मजबूत पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने उनको छोड़ दिया है. वह गरीबों के नेता है. लालू और नीतीश कुमार कुछ भी कर लें, कुछ होने वाला नहीं है.
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