(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Saran Hooch Tragedy: छपरा शराब कांड को लेकर एडीजी ने दी पूरी जानकारी, जानिए घटना के पीछे का इरादा
Chhapra Liquor Case: छपरा में जहरीली शराब कांड के बाद से आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी में जुटी हुई है. इस घटना को लेकर सोमवार को एडीजी ने कई बात बताई.
पटना: छपरा शराब कांड (Chhapra Liquor Case) पूरे देश के सुर्खियों में रहा. इसको लेकर अभी भी खूब राजनीति हो रही है. इस घटना के बाद प्रशासन पर सवाल उठने लगे थे. वहीं, इस मामले में अब पुलिस एक्शन में दिख रही है. इस मामले को लेकर पटना स्थित बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) में एडीजी जेएस गंगवार (ADG JS Gangwar) ने सोमवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस कांड के मुख्य आरोपी अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. अर्जुन सिंह ही परिवहनकर्ता और वितरणकर्ता था. उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इसुआपुर से 50 होम्योपैथिक दवा, रसायन से भरी सील बंद बोतल पुलिस ने बरामद की है.
इस वजह से हुई ये घटना
एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि छपरा में 13 और14 दिसंबर से ईसुआपुर, मसरख, अमनौर में संदिग्ध परिस्थितियों में लोगों की मौत होने लगी थी. इस मामले में मसरख और इसुआपुर थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में मुख्य आरोपी अर्जुन सिंह के साथ-साथ दो अन्य अभियुक्त राजेश सिंह, शैलेंद्र राय को भी गिरफ्तार किया गया है. इन सभी ने अधिक पैसों के लालच में होम्योपैथिक दवा में रसायन को मिलाकर ऐसा पदार्थ बनाया, जिसे बेचा जा सके और इससे अधिक रुपये प्राप्त हो. इसे ही पीने के बाद लोगों की मौतें होने लगी.
सभी की होगी गिरफ्तारी- एडीजी
एडीजी ने बताया कि 14 अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है. छापेमारी और गिरफ्तारियां अभी भी जारी है. इस नेक्सस में जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा. सील बंद बोतल में जो रसायन, केमिकल मिले हैं, उसकी जांच प्रयोगशाला में कराई जा रही है. अर्जुन सिंह ही मसरख और आस पास के क्षेत्र में जहरीली शराब की खेप को पहुंचाया था. वहीं, बता दें कि इस कांड में अब तक 75 लोगों की मौत होने की सूचना है, जिसमें 42 मौतों की पुष्टि की जा चुकी है.
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