सारण: बिहार के सारण में जहरीली शराब (Chhapra Hooch Tragedy) से कथित तौर पर सैकड़ों मौतें हुईं. पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने बड़ी कार्रवाई में मशरक और इसुआपुर थाना क्षेत्र में बीते दिनों जहरीली शराब से मौत के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए जानकारी दी है कि इस मामले में मास्टरमाइंड राजेश कुमार सिंह उर्फ डॉक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल उससे पूछताछ चल रही है. पूछताछ में होम्योपैथिक दवा में रसायन से यह शराब बनाने की बात सामने आई है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.


डॉ के सहयोग से बनाई जाती थी दवा वाली शराब


पुलिस अधीक्षक के एसआईटी टीम के गठन के बाद लगातार छापेमारी चल रही थी. इस छापेमारी के बाद बड़े पैमाने पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के द्वारा यह बताया गया है कि मिलावटी शराब के मुख्य आपूर्तिकर्ता निर्माणकर्ता राजेश कुमार सिंह उर्फ डॉक्टर जो कि मास्टरमाइंड है. डॉ को उसके सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके सहयोगियों का नाम सोनू गिरी शैलेंद्र राय संतोष महतो अर्जुन महतो समेत कुल पांच लोगों को पुलिस ने धर दबोचा है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि निर्माणकर्ता राजेश कुमार सिंह द्वारा होम्योपैथिक दवा की दुकान से रसायन को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से फर्जी नाम पता पर मंगाया जाता था.


फर्जी पता पर मंगाई जाती थी


यह फर्जीवाड़ा काफी लंबे समय से चल रहा था. इस फर्जीवाड़े के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में शराब निर्माण कर मशरक इसुआपुर समेत विभिन्न थाना क्षेत्रों में इसकी आपूर्ति की जाती थी. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई कर रही है. कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसमें मास्टरमाइंड को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि राजेश सिंह के सहयोगी के द्वारा मिलावटी शराब का सेवन कर बीमार हुए थे जिसके बाद भी वितरणकर्ता संजय महतो की निशानदेही पर पुलिस ने मशरक इसुआपुर अमनोर थाना क्षेत्र के डाईला गांव के विभिन्न होम्योपैथिक दवा दुकान पर एक साथ छापेमारी की. छापेमारी के बाद रसायन सहित बोतल मिली. संजय महतो के निशान देही पर पुलिस ने बड़ी संख्या में बोलत बरामद की है. विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराने के लिए भेजा गया है अब तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है.


पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि इस स्प्रिट सप्लाई और अन्य मामलों में राजेश सिंह एवं शैलेंद्र राय कई बार जेल जा चुके हैं. लगातार जेल जाने के बाद भी इस तरह का कारोबार इनके द्वारा किया जाता है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि मानवीय एवं तकनीकी बेहतर उपयोग से प्रोफेशनल तरीके से अनुसंधान कर घटना के संबंध में कांटो को गठित एसआईटी टीम द्वारा उद्भेदन करने का काम किया जा रहा है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. इस मामले में हर बिंदु की जांच कर जो भी इसमें आरोपी हैं सभी को गिरफ्तार किया जा रहा है.


क्या है पूरी घटना


बताया जाता है कि सारण में दिनांक 13 दिसंबर के बाद कुछ दिनों तक इसुआपुर मसरक एवं अमनौर तथा अन्य थाना क्षेत्रों में मिलावटी शराब पीने से संदिग्ध परिस्थितियों में कई लोगों की मौत हो गई थी. विवाह होने की खबर ने भी राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां भी बटोरी थी. किसी शादी समारोह में ये शराब लाई गई थी जिसके बाद से ही मौतों का सिलसिला शुरू हो गया था.


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