पटना: छपरा शराब कांड (Chhapra Liquor Case) का मामला तूल पकड़ लिया है. इस मामले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच खूब बयानबाजी हो रही है. विधानसभा में भी इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ. वहीं, इस मुद्दे को लेकर 'हम' प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) से सवाल किया गया तो उन्होंने मीडिया से कहा कि इस मुद्दे पर मुझे क्यों फंसा रहे हैं. हालांकि उन्होंने दो पंक्ति कहकर सबकुछ स्पष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि  "परदेस किस्मत में वतन का हाल क्या होगा" "जहां बेदर्द मालिक हो वहां फरियाद क्या होगा". वहीं, इस बयान से उन्होंने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर जरूर सवाल खड़ा किया है.


पीड़ित परिवार वालों को मिलना चाहिए मुआवजा- जीतन राम मांझी 


जीतन राम मांझी ने कहा कि छपरा में जो घटना हुई है, वो बहुत गलत है. इस तरह की घटना बार- बार हो रही है. इसको लेकर बिहार सरकार सचेत है. इस मामले में लगातार कार्रवाई हो रही है. बिहार सरकार को जरूर इसको लेकर एक सुझाव दूंगा. 2016 में भी इस तरह की घटना हुई थी, तो पीड़ित परिवार वालों को मुआवजा दिया गया था. इस घटना में पीड़ित परिवार वालों को मुआवजा मिलना चाहिए. वहीं, उन्होंने मरने वालों की संख्या को लेकर कहा कि ये तो जांच का विषय है, जांच के बाद ही सबकुछ स्पष्ट हो पाएगा.


शराबबंदी को लेकर देते रहते हैं बयान


बता दें कि जीतन राम मांझी पहले भी शराबबंदी को लेकर बयान देते रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने पहले भी नीतीश कुमार को सुझाव दिया था कि क्वार्टर शराब का सेवन करने वाले लोगों को गिरफ्तार नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही कई बार वो ताड़ी की तारीफ कर चुके हैं. जीतन राम मांझी शराबबंदी के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं. वो इसमें छूट की कई बार बात कह चुके हैं.


ये भी पढ़ें: Bihar Politics: सुशील मोदी को जवाब देने के लिए डाटा लेकर आए ललन सिंह, कहा- छपरा नहीं, देश भर की बात करें