Sasaram Violence: बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद पर पुलिस का एक्शन, उनके आवास से किया गिरफ्तार
Sasaram News: बिहार के सासाराम हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को उनके आवास से पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
सासाराम: बिहार के सासाराम में बीते दिनों हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार किया है. सांप्रदायिक हिंसा के मामले में जवाहर प्रसाद को उनके घर से गिरफ्तार किया गया है. राम नवमी जुलूस के बाद सासाराम में हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है. मामले में नामजद आरोपियों पर आत्मसपर्मण के लिए दबीश भी जारी है.
इस क्रम में सासाराम के पूर्व विधायक और वरिष्ठ बीजेपी नेता जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस शुक्रवार देर रात पूर्व विधायक के लष्करीगंज स्थित आवास पर पहुंची और उन्हें अपने साथ गिरफ्तार कर ले गई. पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की पुष्टि शाहाबाद के डीआईजी नवीन चंद्र झा ने की है. डीआईजी ने कहा कि पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है, एसपी रोहतास, जल्द ही इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देंगे. जानकारी के मुताबिक अब तक मामले में 63 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
बीजेपी के पूर्व नगर अध्यक्ष भी हो चुके हैं गिरफ्तार
बता दें कि रामनवमी जुलूस के बाद हुई हिंसा और पत्थबाजी मामले में बीजेपी के तीन नेताओं ने गत 17 अप्रैल को शिवसागर थाने में सरेंडर किया था. तीन सरेंडर करने वालों में डॉ शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा और रॉबिन केसरी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि शिवनाथ चौधरी और सोनू सिन्हा सासाराम नगर बीजेपी के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं जबकि रॉबिन केसरी भी नगर बीजेपी में महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं. डॉ शिवनाथ चौधरी, श्रीराम जन्मोत्सव कमेटी अध्यक्ष हैं. सोनू सिन्हा महामंत्री के पद पर हैं जबकि रॉबिन केसरी भी कमेटी के सदस्य हैं.
बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में हिंसा भड़क उठी थी. भड़की हिंसा पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने काफी सख्ती बरती और अफवाह फैलाने वालों पर कई कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने कहा था कि आपत्तिजनक वीडियो व धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले पोस्ट पर पैनी नजर रखी जाएगी.
उन्होंने कहा था कि ऐसा करने वालों के साथ कोई नरमी नहीं दिखाई जाएगी. ऐसे लोगों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा. वहीं, पकड़े जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और जरूरत पड़ने पर ऐसे लोगों पर एक्शन लेते हुए गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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