पटना: देश भर में फिर एक बार कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पीसी की. इस दौरान उन्होंने एलान किया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सूबे के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान को अगले 1 सप्ताह के लिए बंद रहेंगे.


इसके साथ ही कोरोना को लेकर आम लोगों के मूवमेंट पर भी पांबन्दी लगाई गई है. सरकारी आदेश के अनुसार राज्य में 30 अप्रैल तक अब दुकानें शाम के 7:00 बजे तक ही खुलेंगे. वहीं, होटल-रेस्टोरेंट शाम के 7:00 बजे के बाद भी खुले रहेंगे. इसके अलावा सिनेमा हॉल में 50% लोगों को ही प्रवेश करने की अनुमति होगी. सभी धार्मिक स्थलों पर 30 अप्रैल आम लोगों के प्रवेश को वर्जित किया गया है.


सरकारी आदेश के मुताबिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 50% लोगों को ही बैठाने की अनुमति होगी. वहीं, शादी में 200 लोगों और श्राद्ध में 50 लोगों के उपस्थित होने की अनुमति है.


सीएम नीतीश ने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट रेलवे स्टेशन पर किया जाएगा और जो पॉजिटिव पाए जाएंगे, उन्हें रखने की और बाकी लोगों को भेजने की व्यवस्था की जाएगी. महाराष्ट्र से आने वाले जो लोग पॉजिटिव होंगे, उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा. बाकी लोग अपने घर में आइसोलेशन में रहेंगे.


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम नीतीश कहा कि महात्मा फुले और अंबेडकर जयंती पर कोरोना टेस्ट और टीकाकरण का विशेष अभियान एक साथ-साथ चलेगा. राजधानी से लेकर पूरे राज्य में टीकाकरण और टेस्ट कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीकाकरण बहुत जरूरी है. टीकाकरण के बाद किसी को कोरोना होगा तो भी यह कारगर होगा.


राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाने के संबंध में नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार के लॉकडाउन से बहुत कुछ अनुभव किया है, ऐसे में इस बार अभी तक ऐसी कोई बात नहीं है. 11 से 14 अप्रैल तक मिशन मोड में टीकाकरण करना है, इसलिए फिलहाल हमलोगों ने और वैक्सिन की डिमांड की है. बिहार में कोविशील्ड का ज्यादा इस्तेमाल किया गया है. कोवैक्सिन का इस्तेमाल कम किया गया है.


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