गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज जिले में कई निचले इलाके डूब चुके हैं. गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर से हालात बेकाबू होने लगे हैं. सदर प्रखंड में कटघरवां और जगीरी टोला पंचायत पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. रामनगर में प्लस-टू स्कूल और जगीरी टोला में मध्य विद्यालय का भवन पूरी तरह से जगमग्न हो गया है. मंदिर, मस्जिद, मदरसा और सरकारी विद्यालय के भवन के पास सात से आठ फुट तक पानी बह रहा है.  


अभी भी पांच से सात हजार लोग बाढ़ से प्रभावित


गंडक नदी में चार लाख 12 हजार क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज किए जाने की सूचना पर जिला प्रशासन की ओर से तटबंधों की निगरानी बढ़ाई गई है. गुरुवार की शाम तक कटघरवां और जगीरी टोला से रेस्क्यू कर करीब 750 परिवारों को बाढ़ राहत कैंप में पहुंचाया गया. स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अनुसार अभी भी पांच से सात हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जिन्हें निजी नाव से रेस्क्यू कर तटबंध से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है.




जान जोखिम में डालकर पलायन करने को लोग मजबूर


कटघरवां गांव में काली मंदिर और दुर्गा मंदिर डूब चुका है. यहां दो दिनों से पूजा-पाठ बंद है. एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचने की वजह से छोटी नाव के सहारे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. कुछ जोग जान जोखिम में डालकर पलायन को विवश हैं. गोपालगंज के सदर प्रखंड के अलावा कुचायकोट, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर के चार दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.




डीएम-एसपी ने लिया हालात का जायजा


इधर, हालात को देख गोपालगंज डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी और एसपी आनंद कुमार ने आला अधिकारियों के साथ रामनगर, कटघरवां, जगीरी टोला आदि गांवों का जायजा लिया. डीएम ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव काय में तेजी लाने का निर्देश दिया. साथ ही सदर बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर व सीओ विजय कुमार सिंह को बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में तत्काल कम्युनिटी किचेन सेंटर चालू करने के लिए कहा. डीएम ने कहा कि अभी सभी तटबंध सुरक्षित है. जिन इलाकों में पानी का दबाव है, वहां निगरानी बढ़ा दी गई है.


कटघरवां में दो सौ से अधिक लोग बाढ़ से घिरे


सदर प्रखंड की कटघरवां पंचायत के मुखिया राजेश कुमार सहनी ने कहा कि गंडक नदी का पानी सुबह से दोपहर के तीन बजे तक तीन फुट तक बढ़ा है. कटघरवां में दो सौ से अधिक लोग बाढ़ से घिरे हैं, जिन्हे बारह निकाला जा रहा है. एनडीआरएफ नहीं पहुंचने से छोटी नाव से रेस्क्यू कर लोगों को बाहर निकालने में परेशानी हो रही है. प्रशासन ने गांव में आकर बताया है कि जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है, उस हिसाब से गुरुवार की रात बाढ़ पीड़ितों के लिए अहम है.


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