सज धज कर ब्याह करने पहुंचा था युवक, ये हरकत देखते ही युवती ने तोड़ी शादी, बिना दुल्हन के वापस लौटे बाराती
तय तिथि के अनुसार सेहरा बांधे दूल्हा बारात लेकर समुखिया मोड़ पहुंचा, लेकिन वरमाला के दौरान दूल्हे को पालगों की तरह से झुमता देखकर लड़की ने शादी करने से इंकार कर दिया.
बांका: बिहार के बांका जिले में दूल्हे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण दुल्हन की ओर से शादी तोड़कर बारात वापस लौटा देने का मामला प्रकाश में आया है. घटना बीते बुधवार की रात्रि बांका के मुखिया मोड़ की बताई जा रही है, जहां वैवाहिक रस्मों के क्रम में वरमाला के दौरान दुल्हन ने दूल्हे के विक्षिप्त स्थिति को देख शादी से इंकार कर दिया. इसके बाद वहां पंचायती भी हुई, लेकिन लड़की अपने फैसले पर अड़ी रही, जिसके बाद दूल्हा व बारात को बगैर दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा. दूसरी तरफ ग्रामीणों ने भी दुल्हन के फैसले को जायज बताया.
गाजे-बाजे के साथ बारात लेकर पहुंचा था दूल्हा
जानकारी के अनुसार जिले के शंभूगंज प्रखंड की वैदपुर पंचायत के मझगांय गांव के प्रकाश मंडल के पुत्र सौरभ कुमार की शादी जिले के ही बांका समुखिया मोड़ गांव में जनक मंडल की पुत्री नीलम से तय हुई थी. तय तिथि के अनुसार सेहरा बांधे दूल्हा सौरभ कुमार गाजे-बाजे व वाहनों के साथ बारात लेकर समुखिया मोड़ पहुंचा, लेकिन वरमाला के दौरान दूल्हे को पालगों की तरह से झुमता देखकर लड़की ने शादी करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद लड़के को बिना दुल्हन के ही वापस अपने घर लौटना पड़ा.
सौरभ कुमार अपने घर में दो भाइयों में सबसे बड़ा बताया जाता है. मंगलवार को उसके घर मंडप पूजन के बाद भोज का आयोजन किया गया था, जिसमें कई लोग शामिल हुए. फिर बुधवार को वो बारात लेकर लड़की के घर पहुंचा, जहां लड़की ने सेहरा बांधे दूल्हा की हरकत देख शादी से इंकार कर दिया. इस दौरान लड़की के परिजनों व ग्रामीणों ने दूल्हा के परिजनों एवं बारातियों को भी खूब खरी खोटी सुनाई.
बारातियों ने भागने में समझी भलाई
वहीं, ग्रामीणों का आक्रोश देख दूल्हा वहां से बाराती को छोड़कर ही रात्रि में भाग निकला. वहीं, ढोल व बाजा वाले ने भी वहां के माहौल को भांप कर निकलने में भी अपनी भलाई समझी. लड़की के घर वाले व ग्रामीणों के आक्रोश को देखकर बारात में आए लोग भी तितर-बितर हो गए. जैसे तैसे बाराती बिना दुल्हन के ही रातों-रात घर वापस आए.
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