पटना: बिहार में छठे चरण के शिक्षक बहाली की प्रक्रिया जल्द खत्म हो जाएगी. शिक्षक बहाली को लेकर मंगलवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Vijay Chaudhary) ने कहा कि 42 हजार शिक्षकों का चयन हो चुका है. चयनित सभी अभ्यर्थियों को 23 फरवरी से नियुक्ति पत्र दिया जाएगा. साथ ही ज्वाइनिंग भी करा लिया जाएगा. एक ही साथ नियुक्ति पत्र और योगदान होगा. हालांकि बहाली 90 हजार शिक्षकों का होना है, ऐसे में बाकी की काउंसलिंग की जा रही है.
920 अभ्यर्थियों पर होगी कार्रवाई
पीसी के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि 21 फरवरी से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में मध्यान भोजन चालू हो जाएगा. वहीं, इस दौरान उन्होंने कहा कि टीईटी क्वालिफाइड 562 अभ्यर्थी के प्रमाण पत्र फर्जी थे. ऐसे में कुल मिलाकर 920 अभ्यर्थी के प्रमाण पत्र गड़बड़ पाए गए हैं. इन लोगों की सिर्फ नियुक्ति ही रद्द नहीं होगी, बल्कि क्रिमनल लॉ के तहत कानूनी कारवाई की जाएगी. भोजपुर के 93, मुजफ्फरपुर के 65, पूर्वी चंपारण 65 अभ्यर्थियों ने जाली प्रमाणपत्र दिया है.
विभाग ने मांगी थी रिपोर्ट
बता दें कि बिहार में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी पाना कोई नई बात नहीं है. यहां पहले भी शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में धांधली की खबर आती रही है. इस को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग (Education Department) ने एक महत्वपूर्ण बैठक की थी. इस बैठक में सभी चयनित अभ्यर्थियों को 25 फरवरी तक नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी. इस बैठक में बताया गया कि शिक्षक नियोजन से जुड़ी TET-STET के 93 फीसदी सर्टिफिकेट की जांच पूरी हो गई है. हालांकि, जांच के दौरान मुजफ्फरपुर, मधुबनी, बिस्फी या दरभंगा में नियोजन से जुड़ी गड़बड़ी सामने आई हैं. बैठक के दौरान वहां के डीएम को दो दिनों के अंदर जांच प्रक्रिया पूरी कर रिपोर्ट भेंजने के लिए कहा है.
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