पटना: सातवें चरण की बहाली को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है. शुक्रवार को पटना के डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी पहुंचे. सातवें चरण की नियुक्ति को लेकर मांग कर रहे थे. इसको देखते हुए डाकबंगला चौराहा पर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई. प्रदर्शन के दौरान जब अभ्यर्थियों ने आत्मदाह की धमकी तो पुलिस ने खदेड़ा जिसके बाद वे लोग पीछे हो गए.
प्रारंभिक शिक्षक अभ्यर्थियों को डाकबंगला चौराहे पर ही रोक दिया गया. ये सभी विधानसभा मार्च करने वाले थे. शिक्षक अभ्यर्थियों को जब डाकबंगला चौराहे पर रोका गया तो ये यहीं बैठकर प्रदर्शन करने लगे. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ भी नारेबाजी की.
वोट बैंक के लिए राजनीति
शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को खूब सुनाया. कहा कि वोट बैंक की सियासत के लिए शिक्षा मंत्री राजनीति कर रहे हैं. रामचरितमानस की पंक्तियों पर हर जगह सवाल उठा रहे. शिक्षक अभ्यर्थियों पर ध्यान नहीं दे रहें. वो इस्तीफा दें. अभ्यर्थियों की मांग थी कि जल्द इसकी भर्ती हो. कई बार से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन आज तक यह नहीं हो सका है.
आठ महीने बाद भी नहीं मिली नौकरी
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला किया. अभ्यर्थियों का कहना था कि तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की मीटिंग में शिक्षक अभ्यर्थियों की बहाली के लिए निर्णय होगा. 10 लाख नौकरी दी जाएगी. महागठबंधन सरकार बने आठ महीने हो गए. तेजस्वी यादव ने हम लोगों को धोखा दिया है. कहा कि अब आर पार के मूड में हम लोग हैं. सीटीईटी और बीटीईटी वाले युवा कब तक बेरोजगार रहेंगे.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने क्या कहा?
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. केंद्र सरकार ने दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था. इसपर बात क्यों नहीं हो रही है? हमेशा शिक्षक अभ्यर्थियों की बहाली की ही बात क्यों उठ रही है? आंदोलन करना ठीक नहीं. आंदोलन करना व्यर्थ है.
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