Bihar Lok Sabha Elections: समस्तीपुर में चुनावी मुकाबला हुआ रोमांचक, प्रत्याशी शांभवी और सन्नी एक-दूसरे पर क्या बोले?
Samastipur Lok Sabha Seat: समस्तीपुर सीट से मंगलवार को सन्नी हजारी ने अपना नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात की. वहीं, सन्नी हजारी से चुनावी लड़ाई को लेकर शांभवी चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दीं.
Shambhavi Chaudhary VS Sunny Hazari: समस्तीपुर लोकसभा सुरक्षित सीट बिहार की सबसे हॉट सीट बन गई है. जहां नीतीश सरकार के ही दो मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी (एलजेपी आर) व महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी (कांग्रेस) एक दूसरे के आमने सामने हैं. मंगलवार को सन्नी हजारी ने अपना नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया के सामने बड़ी बेबाकी से अपनी बात रखी. वहीं, चुनाव में प्रतिद्वंदी सन्नी हजारी को लेकर शांभवी चौधरी ने बयान दिया.
किसी को नहीं देख रहा हूं यहां- सन्नी हजारी
सन्नी हजारी ने कहा कि मैं समस्तीपुर की जनता मालिक सहित पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों, महागठबंधन के पदाधिकारियों का आभार प्रकट करता हूं. मुझे अपना उम्मीदवार बनाया है. मुझे सब का साथ मिलेगा. मैं स्थानीय उम्मीदवार हूं. मेरे पिताजी उस काबिल बना दिए हैं कि मैं अकेला चलूंगा और संगठन का साथ मिलेगा तो अकेला विजय प्राप्त करूंगा. मैं किसी को यहां पर नहीं देख रहा हूं. लोकतंत्र है. सभी को खड़ा होने का हक है. मैं जनता के बीच जाऊंगा और अपनी बात रखूंगा और लोग अपना आशीर्वाद देंगे.
'बाहरी और स्थानीय का यह कोई मुद्दा नहीं है'
वहीं, सन्नी हजारी के प्रत्याशी बनाए जाने पर लोजपा उम्मीदवार शांभवी चौधरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब आप रण में उतर गए तो सामने कोई भी आए लड़ाई तो उतना ही होना है. कोई ना कोई तो आना ही था. ऐसा तो नहीं है हम निर्विरोध जीत जाते. कोई ना कोई आता, उनको भी ऑल द बेस्ट. हमको विश्वास है कि जो जनता का प्यार और आशीर्वाद मिला है हम उसे बनाए रखेंगे. यह जो जंग है हम जीतेंगे. जहां तक बात रहा बाहरी और स्थानीय का यह कोई मुद्दा नहीं है. विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है तो वह बाहरी और स्थानीय का मुद्दे लेकर चल रहे हैं.
शांभवी चौधरी ने बताया राजनीतिक धर्म
आगे एनडीए प्रत्याशी ने कहा कि अब आप बताइए कि जिस पार्टी से वह आए हैं क्या उनके सबसे बड़े नेता (राहुल गांधी) स्थानीय नेता हैं? जहां से वह चुनाव (वायनाड) लड़ रहे हैं. आप मोदी जी को ही देख लीजिए वह भी तो बनारस के नहीं हैं पर उन्होंने बनारस के लिए क्या कहा. हम बाहरी कैसे हैं, हम बिहार की बेटी हैं. बिहार में पैदा हुए हैं. पटना में काम कर रहे हैं जो जनता को एक परसेंट का डाउट था कि यह छोड़कर चली जाएगी यहीं पीछे मोहनपुर (समस्तीपुर) में हमारा घर है. यह एक मुद्दा बनाया जा रहा है. हर किसी को जिस पार्टी में वे होते हैं, जिस दल में होते हैं, उस धर्म का पालन करना चाहिए. वही सबसे बड़ा धर्म होता है.
राजनीति में हम उनका (महेश्वर हजारी) आशीर्वाद मांगेंगे क्योंकि वह भी जदयू के मंत्री हैं. एनडीए के विधायक हैं. उनसे आग्रह है कि वह राजनीति धर्म का पालन करेंगे.