पटनाः आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी ‘होनहार बिरवान के होत चिकने पात’ मतलब जो होनहार होते हैं उनकी प्रतिभा बचपन में ही दिखाई देने लगती है. इसी कहावत को साबित कर रही है बिहार के पटना की एक 9 साल की बच्ची. जो संस्कृत विषय के बारे में जानती तक नहीं लेकिन संस्कृत के श्लोक उसकी जुबान पर ऐसे है जैसे वह संस्कृत की कोई विद्वान है. उसके मुंह से 'शिव तांडव स्तोत्र' सुनकर हर कोई अचंभित है.


दरअसल, पटना के दानापुर की रहने वाली 9 वर्षीय क्रिप्टा गुप्ता कक्षा 4 की छात्रा है. उसे अभी संस्कृत विषय पढ़ाया भी नहीं गया है लेकिन उसे हिंदू ग्रंथ के 56 लाइन का 'शिव तांडव स्तोत्र' कंठस्थ याद है. वह हर दिन इस मंत्र से पूजा करती है. क्रिप्टा सिर्फ श्लोक नहीं जानती है बल्कि इसके बारे में पूरी जानकारी भी रखती है. उसने एक साध्वी की तरह बताया कि शिव तांडव मंत्र को रावण ने लिखा था. जब भोलेनाथ रावण से गुस्सा हो गए थे तब रावण ने उन्हें खुश करने के लिए यह श्लोक लिखकर जाप किया था. 



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बता दें कि इस मंत्र को पढ़ना बहुत आसान भी नहीं है. अच्छे-अच्छे विद्धान मात खा जाते हैं, लेकिन क्रिप्टा ने इसपर भारी दिख रही है. क्रिप्टा ने सिर्फ शिव तांडव स्तोत्र ही नहीं बल्कि दुर्गा स्तुति की 'महिषासुर मर्दिनी' स्तोत्र को भी पूरी तरह याद कर लिया है. उसने बताया कि वह अभी कक्षा चार में पड़ती है. अभी उसे संस्कृत नहीं पढ़ाया गया है. कक्षा पांच से संस्कृत पढ़ाया जाएगा. 






डॉक्टर बनना चाहती है क्रिप्टा
एबीपी न्यूज से बातचीत में एकता की मां संगीता गुप्ता ने बताया कि क्रिप्टा ने सात साल की उम्र में ही शिव तांडव स्तोत्र को याद कर लिया. वो भी इस मंत्र को बचपन से पढ़ती आ रही हैं. कहा कि उनके पिताजी ने इस श्लोक को याद करवाया था. अब उनकी बेटी ने उनसे सीख लिया है. कहा कि क्रिप्टा अगर कभी भी इस मंत्रोच्चार को भूलती है तो मोबाइल में देखकर याद कर लेती है. वह चाहती हैं कि क्रिप्टा डॉक्टर बने लेकिन सकी रुचि टीवी एंकर बनने की है.


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