पटना: बिहार सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले यूज़र्स पर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है. हालांकि, विपक्ष सरकार के इस फैसले को गलत बताते हुए लगातार सीएम नीतीश पर निशाना साध रही है. इसी क्रम में आरजेडी के कद्दावर नेता शिवानंद तिवारी ने सीएम नीतीश पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश का ये फैसला उनकी कमजोरी दर्शाने वाला है.


सोशल मीडिया पर प्रतिबंध खबरों का गला घोंटने जैसा


जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आरजेडी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने नीतीश सरकार के फैलसे की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्य धारा की मीडिया के विकल्प के रूप में उभर रहे सोशल मीडिया पर टिपण्णी करने के अधिकार पर प्रतिबंध लगाना खबरों का गला घोंटने जैसा है.


सीएम नीतीश की कमजोरी दिखा रहा ये फैसला


उन्होंने सीएम नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप (नीतीश कुमार) तो मुख्य धारा की मीडिया का गला दबाकर सही खबर को दबा देते थे. सोशल मीडिया के साथ भी आज आप वही काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिलान्यास के बाद पुल के ध्वस्त होने को लेकर देखा जाए तो नीतीश कितने आक्रोश में थे. ये उनके कमजोरी को दिख रहा था.


चारों तरफ से संकट में है लोकतंत्र


शिवानंद तिवारी ने कहा कि हम और नीतीश लंबे समय तक साथ रहे हैं. करीब डेढ़ महीने दोनों साथ में फुलवारी जेल में रहे. लेकिन तब और अब में बहुत फर्क आ गया है. वो आदमी आज वहीं काम कर रहा है, जिसका वो विरोध किया करता था. आज लोकतंत्र पर चारो तरफ से संकट है.


क्या है सरकार का आदेश ?


दरअसल, सोशल मीडिया पर नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी करने का प्रचलन बढ़ने के बाद बिहार सरकार ने यह ने ये फैसला लिया है कि सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ टिपण्णी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. यहां तक कि उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है.


इस बाबत आर्थिक अपराध इकाई यानी ईओयू ने बिहार सरकार के सभी विभागों के प्रधान सचिव और सचिव को पत्र लिखकर ऐसे किसी पोस्ट की शिकायत करने को कहा है.


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