बांका: कोविड-19 वैश्विक महामारी कोरोना (Pandemic Coronavirus) की वजह से पिछले दो वर्षों से हर पर्व-त्योहारों पर ग्रहण लगा हुआ था. हालांकि इस बार विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं को पूजा करने का मौका मिलेगा. 14 जुलाई से शुरू होने जा रहे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले (Shravani Mela 2022) की तैयारी अभी से ही शुरू हो गई है. इसको लेकर बांका जिले के प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी वरीय पदाधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर डीएम अंशुल कुमार, एसपी डॉ. सत्य प्रकाश द्वारा बिहार-झारखंड सीमा पर दुम्मा बॉर्डर पर फीता काटकर एवं नारियल फोड़कर तैयारियों का शुभारंभ कर दिया है. मौके पर डीएम, एसपी ने कांवरिया पथ पर पैदल चलकर विभिन्न सुविधाओं से संबंधित जानकारी ली है.
जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त जेई की होगी प्रतिनियुक्ति
इस दौरान डीएम, एसपी का काफिला इनारावरण सरकारी धर्मशाला में रुका जहां धर्मशाला की मरम्मत, रंग रोगन सहित शौचालय की मरम्मत और सफाई का जायजा लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. उन्होंने तीव्र गति से सारा कार्य पूरा कराने में अतिरिक्त जेई की जरूरत पड़ने पर उसकी प्रतिनियुक्ति की बात कही. इस दौरान डीएम ने धर्मशाला के विश्रामालय, अतिथि कक्ष, रसोई घर, महिला-पुरुष शौचालय सहित धर्मशाला के पीछे स्थित पीएचईडी शौचालय का भी निरीक्षण किया.
इस दौरान बांका डीएम और एसपी ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग,भवन निर्माण,विद्युत व पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों के दुम्मा बॉर्डर से हरकट्टा मोड़ तक तकरीबन 4 किलोमीटर से भी ज्यादा पैदल चलकर कांवरिया पथ का जायजा लिया. मालूम हो कि सुल्तानगंज से बैद्यनाथ धाम देवघर और भागलपुर से बासुकीनाथ धाम जाने वाले दोनों कांवरिया पथ की 105 किलोमीटर की कुल दूरी में से करीब 50 किलोमीटर कांवरिया पथ बांका जिले से होकर गुजरती है.
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