गया: पर्यटन सीजन में मिनी तिब्बत कहे जाने वाले बोधगया में आज सन्नाटा पसरा है. भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया, जहां पर्यटन सीजन में विभिन्न देशों से आए सैकड़ों लोग दुकान लगा कर कारोबार करते थे, जहां तिब्बतीयन रिफ्यूजी मार्केट में सैकड़ों ऊनी वस्त्र की दुकानें लगती थीं, आज वहां सन्नाटा पसरा है.


बता दें कि बोधगया का तिब्बतीयन रिफ्यूजी मार्केट पूरे पर्यटन सीजन के आकर्षक का केंद्र रहा करता था. पिछले कई वर्षों से सिर्फ पर्यटन सीजन में यहां सैकड़ों दुकानें लगा करती थीं, जहां देश-विदेश से आए पर्यटक ऊनी वस्त्रों की खरीददारी किया करते थे. आज मार्केट में मात्र 25 दुकानें ही लगीं हैं क्योंकि कोरोना के वजह से तिब्बत, नेपाल, भूटान सहित विभिन्न देशों और प्रदेशों से लोग यहां नही आ पाए. वहीं, अंतराष्ट्रीय उड़ान सेवा बंद होने की वजह से विदेशी पर्यटक भी नहीं आ पाए.


वहीं, कोविड-19 से बचाव और सुरक्षा को लेकर मार्केट में प्रवेश द्वार पर सैनीटाइजर और मास्क का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. मार्केट में सिर्फ स्थानीय लोगों की ही भीड़ लग रही है. मार्केट के प्रबंधक ने बताया कि पहले अच्छी बाजार होती थी, लेकिन इस बार वैसा बाजार नहीं है क्योंकि विदेशी पर्यटक बोधगया पहुंचे ही नहीं हैं. वहीं, कोरोना के कारण काफी देर से तिबतीयन मार्केट लगाया गया है.


मार्केट में शॉपिंग करने आए स्थानीय पर्यटकों ने बताया कि पिछली बार ज्यादा दुकानें थीं, ऊनी कपड़ों के ज्यादा कलेक्शन भी थे. लेकिन कोरोना के कारण इस बार ज्यादा कलेक्शन भी उपलब्ध नहीं है.


बता दें कि पर्यटन सीजन में 3 महीनों के लिए बोधगया के होटल सहित आस पास के दर्जनों गांवों और सैकड़ों निजी मकानों में बौद्ध धर्मावलंबियों और विदेशी पर्यटकों का ठहराव रहता था. लेकिन आज वहां भी सन्नाटा पसरा है.