सीवान: बुधवार (22 मार्च) की दोपहर ग्वालियर एक्सप्रेस ट्रेन (Gwalior Express Train) से विस्फोटक पदार्थ मिलने के बाद हड़कंप मच गया. ट्रेन सीवान जंक्शन पहुंची थी. जीआरपी सवारी बोगी की जांच करने के लिए ट्रेन में चढ़ी थी. बोगी से एक पुलिसकर्मी को कुछ-कुछ बैग में विस्फोटक पदार्थ मिले. हालांकि वह बैग किसका था यह पता नहीं चला. इसके बाद बैग को स्टेशन पर ही उतार लिया गया. सूचना के बाद पटना से बम निरोधक दस्ता की टीम पहुंची. विस्फोटक पदार्थ को डिफ्यूज करने के लिए उसे सुरक्षित जगह लेकर टीम गई.
बताया गया कि ग्वालियर एक्सप्रेस के पहुंचने के बाद जब चेकिंग अभियान चल रहा था तो जीआरपी के हवलदार साबिर मियां शराब की जांच करने लगे. इसी दौरान बोगी के अंदर कुछ झोलों में विस्फोटक पदार्थ मिल गया. उस समय तो उन्हें पता नहीं चला कि यह क्या है. थाने लेकर वह आराम से चले गए जिसके बाद जब जीआरपी के कुछ पुलिसकर्मियों ने देखा तो उन्हें पता चला कि विस्फोटक पदार्थ है. पटना में बम निरोधक टीम को सूचना दी गई.
जीआरपी कार्यालय में ही रखा गया था विस्फोटक पदार्थ
इधर रेल एडीजी के निर्देश पर टीम सीवान रेलवे जंक्शन पर पहुंची. जीआरपी कार्यालय में ही विस्फोटक पदार्थ को रखा गया था. टीम सावधानी के साथ विस्फोटक पदार्थ को सुरक्षित तरीके से लेकर डिफ्यूज करने के लिए ले गई. बम निरोधक दस्ता टीम के शशि कुमार ड्रेस पहनकर जब सीवान जंक्शन पर जीआरपी कार्यालय में घुसे और विस्फोटक पदार्थ को किसी तरीके से दो-तीन डिब्बों में लेकर निकले तो उस समय जीआरपी थाने और स्टेशन परिसर के इलाके को बिल्कुल खाली करा दिया गया था. डर था कि विस्फोटक पदार्थ है तो ब्लास्ट भी हो सकता है.
बम निरोधक दस्ता की टीम विस्फोटक पदार्थ को सुरक्षित तरीके से जीआरपी कैंपस के बाहर ले गई. इसके बाद जीआरपी और स्टेशन के कर्मियों ने राहत की सांस ली. बम निरोधक दस्ता टीम के कर्मी शशि कुमार ने कहा कि अभी इस विस्फोटक पदार्थ को वे लोग सुरक्षित जगह ले जा रहे हैं. गुरुवार (23 मार्च) को विस्फोटक पदार्थ को पटना लेकर जाएंगे. वहां जाकर डिफ्यूज की जो प्रक्रिया होती है वह की जाएगी.
क्या बोले जीआरपी थानाध्यक्ष?
इस पूरे मामले पर जीआरपी के थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि ग्वालियर ट्रेन से इसे बरामद किया गया है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो रहा है कि यह बम है या फिर विस्फोटक पदार्थ. बम निरोधक दस्ते की टीम आई है. वह अपना काम कर रही है. जांच के बाद ही पता चलेगा कि आखिरकार यह क्या है.
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