Siwan Hooch Tragedy: सैनिटाइजर के नाम पर कोलकाता से मंगाई गई थी स्प्रिट, 7 मरे, 16 गिरफ्तार, 2 सस्पेंड | बड़ी बातें
Siwan News: मौत के बाद लगातार प्रशासन कार्रवाई में जुटा है. घटना लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के बाला गांव की है. प्रशासन की ओर से पांच मौत की पुष्टि की जा रही है.
सीवान: बिहार के सीवान में जहरीली शराब से सात लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि प्रशासन की ओर से पांच मौत की पुष्टि की जा रही है. सोमवार की शाम इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीवान के एसपी ने लकड़ी नवीगंज ओपी थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद और चौकीदार मोहम्मद शमिल को निलंबित कर दिया. पूरा मामला सीवान के लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव का है. इस मामले में 16 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.
मृतकों की पहचान लकड़ी नवीगंज ओपी थाना क्षेत्र के बाला गांव निवासी लक्ष्मण बीन के पुत्र जनक देव बीन, नरेश रावत, रामनाथ प्रसाद के पुत्र राजेश प्रसाद, शिव राजमा के पुत्र धुरेंद्र माझी, राजू मांझी के पुत्र जितेंद्र मांझी, जमदार मांझी के पुत्र राजू मांझी और पडौली निवासी सर्वजीत राम के पुत्र लक्षनदेव राम के रूप में हुई है. सात व्यक्तियों में नरेश रावत को छोड़कर बाकी छह लोगों के शव का जिला प्रशासन द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है.
पुलिस की ओर से जनकदेव बिन, धुरेंद्र मांझी, राजेश रावत, जितेंद्र मांझी और राजू मांझी की मौत बताई जा रही है. पडौली निवासी सर्वजीत राम का पुत्र लक्षनदेव राम का सीवान सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन उसकी गिनती नहीं की जा रही है. परिजनों का कहना है कि लक्षनदेव राम की मौत भी शराब पीने से हुई है. दुलम राउत, सुरेंद्र बिन, शंकर मांझी, मुन्ना मांझी, नीरज कुमार का इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है.
16 लोगों को किया गया गिरफ्तार
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को बताया कि अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शराब बनाने के लिए कोलकाता से सैनिटाइजर बनाने के नाम पर स्प्रिट मंगाई गई थी. 18 जनवरी को मुजफ्फरपुर के ट्रांसपोर्टर के माध्यम से इसे लाया गया था. अब तक कुल पांच लोगों की मौत हुई है. सात का इलाज चल रहा है. सारण के डीआईजी मौके पर जांच करने भी गए हैं.
संदीप चौहान और दीपक मुख्य अभियुक्त
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि दरौंदा थाना क्षेत्र के बेलदारी टोला निवासी संदीप चौहान और दीपक चौहान (दोनों भाई हैं) मुख्य अभियुक्त हैं. इन दोनों ने सैनिटाइजर बनाने के नाम पर कोलकाता और मुजफ्फरपुर की एथेनॉल कंपनी से स्प्रिट मंगवाई थी. स्प्रिट मंगवाने के बाद बाला गांव निवासी मंटू बिन और सुरेंद्र बिन (दोनों भाई हैं) को दिया गया था. मंटू बिन और सुरेंद्र बिन ने इसे गांव में बेचा जिसके बाद इससे लोगों की मौत हो गई.
पुलिस ने इस मामले में अब तक स्प्रिट आपूर्तिकर्ता संदीप चौहान, दीपक चौहान के साथ 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 50 लीटर स्प्रिट और एक बोरा फिटकरी भी बरामद किया गया है. मुजफ्फरपुर से स्प्रिट लाने वाले ट्रांसपोर्टर दिनेश तिवारी और नीरज दुबे को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
गिरफ्तार 16 व्यक्तियों में से आठ पर उत्पाद अधिनियम कानून के तहत पहले से मामले दर्ज हैं. इनमें मंटू बिन, सुरेंद्र बिन, सीता बिन पर उत्पाद अधिनियम कानून के तहत 2-2 मामले दर्ज हैं जबकि बसंत बिन, नागेंद्र मांझी, दिलीप साह, हरेंद्र साह, दीपक चौहान पर 1-1 मामले दर्ज हैं.
यह भी पढ़ें- RJD Minister Threat: कौन है दीपक पांडेय और पप्पू त्रिपाठी? मंत्री आलोक कुमार मेहता को दी जान से मारने की धमकी