सिवानः बीते सात नवंबर को रहस्यमयी ढंग से लापता हुए सिवान के तीन युवक विशाल, अंशु और उनके ड्राइवर परमेंद्र यादव की हत्या की जा चुकी है. इस मामले में कुख्यात अयूब खान को गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद पूरे मामले से पर्दा उठ गया है. सोमवार की शाम अयूब खान की सीजेएम कोर्ट में पेशी हुई. इससे पहले उसकी कोरोना की जांच कराई गई जिसमें वह निगेटिव पाया गया. कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इसके पूर्व पूछताछ के क्रम में अयूब खान ने पुलिस हत्या की बात स्वीकार की है.
बताया जाता है कि अयूब खान ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर विशाल, अंशु और उनके ड्राइवर परमेंद्र का अपहरण किया और फिर हत्या की. इसके बाद शव के टुकड़े कर सरयू नदी में फेंक दिया. एसपी शैलेश कुमार ने बताया कि अयूब खान ने पूछताछ के क्रम में बताया है कि, "सात नवंबर को ही बड़हरिया के बीबी के बंगरा गांव में धोखे से चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश किया. गमछा से गला बांधकर गाड़ी में हत्या की और शव के टुकड़े कर सिवान के सिसवन थाना क्षेत्र के सरयू नदी के साईंपुर तिमुहानी घाट पर कपड़ा जूता सहित डाल दिया."
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बता दें कि इस मामले में विशाल की मां ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसके बाद छानबीन के क्रम में नगर थाना के शुक्ला टोली के रहने वाले संदीप कुमार को 23 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया था. अनुसंधान के क्रम में अयूब खान उर्फ बड़े भाई को पूर्णिया के बायसी थाना क्षेत्र से एसटीएफ के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद वहां से उसे सिवान लाया गया.
ये सामान हुए बरामद
एसपी ने बताया कि अयूब खान की निशानदेही पर कांड में प्रयुक्त एक टाटा सफारी, एक उजले रंग की बोलेरो और नदी किनारे छुपाकर रखा गया लोहे का दो धारदार हथियार (लोहे का दाब) बरामद किया गया है. वहीं इस मामले में लिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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