सिवानः कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी. इसको देखते हुए प्रधानमंत्री राहत फंड (PM Care Fund) से लाखों रुपये खर्च कर कई जगहों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) के गृह जिले सिवान के सदर अस्पताल में करीब दस लाख रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया गया लेकिन उद्घाटन के बाद से आज तक इससे लोगों को फायदा नहीं मिल सका. दो माह बाद अब भी सदर अस्पताल में यह शोभा से बढ़कर और कुछ नहीं रह गया है.
एक तरफ स्वास्थ्य विभाग कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron Variant) से लड़ने की तैयारी कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर यह लापरवाही कहीं भारी न पड़ जाए. सदर अस्पताल के टेक्नीशियन मोहम्मद इस्लाम ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट तो चालू है लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण यह लोड नहीं ले पा रहा है. पटना से टीम आकर देख चुकी है, लेकिन फिर भी इसे ठीक नहीं किया जा सका है. विशेषज्ञों की टीम आएगी तब ही इसका निदान निकाला जा सकता है.
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इसको लेकर सिवान के सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने गोल मटोल जवाब देते हुए कहा, “ऑक्सीजन प्लांट चालू है, लेकिन कुछ टेक्निकल दिक्कतों के कारण सप्लाई नहीं हो पा रही है. विभाग को अवगत करा दिया गया है. जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा.”
पीएम मोदी ने किया था लोकार्पण
बता दें कि पीएम केयर फंड से सिवान सदर अस्पताल में करीब दस लाख रुपये की लागत से प्लांट को लगाया गया था. इसे डीआरडीओ (DRDO) ने इंस्टॉल किया है. बीते सात अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसका लोकार्पण किया था. इसके बाद भी आज तक इससे ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो सकी है.
बेड तक ऑक्सीजन सप्लाई की थी योजना
सिवान सदर अस्पताल में स्थापित इस ऑक्सीजन प्लांट की नींव रखने के साथ ही सिविल सर्जन यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया था कि इस ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 1000 लीटर ऑक्सीजन प्रति मिनट होगी. इससे प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकेंगे. अस्पताल के सभी बेड तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जाएगी.
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