सीवान: जिले के लकड़ी नबीगंज थाना इलाके की भोपतपुर पंचायत के बाला गांव में रविवार की शाम संदिग्ध हालत में चार लोगों की मौत हो गई. वहीं एक मौत सोमवार की सुबह गांव में ही हुई है. कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है जिनका उपचार सीवान सदर अस्पताल (Siwan Sadar Hospital) में चल रहा है. बाला गांव मे पुलिस कैंप कर रही है. मौत के पीछे की वजह जहरीली शराब की चर्चा है, लेकिन सीवान के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. चार लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है. एक शख्स जितेंद्र मांझी की आंख की रोशनी चली गई है. हालांकि डीएम ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है.


जिन पांच लोगों की मौत हुई है उसमें नरेश बिन, जनक बिन, राजेश रावत, लक्षणदेव राम और धुरेंद्र मांझी शामिल हैं. शंकर मांझी, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी, दुलम रावत, सुरेंद्र रावत और मुन्ना मांझी की हालत गंभीर है जिनका इलाज चल रहा है. नरेश की मौत गांव में ही हो गई थी और तीन लोगों की मौत सदर अस्पताल से पटना ले जाने के क्रम में रास्ते मे ही हो गई.



आधी रात को अस्पताल पहुंचे डीएम


घटना की सूचना मिलने के बाद रविवार की आधी रात डीएम अमित कुमार पांडेय सदर अस्पताल पहुंचे. करीब एक घंटे तक जांच की. मीडिया से बताया कि अभी तक कुल तीन लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हुई है जिसकी जांच चल रही है. कुल छह लोगों की तबीयत खराब है जिनका उपचार हो रहा है. डीएम ने यह भी बताया कि इस पूरे मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. हालांकि जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मौत का कारण क्या है. गिरफ्तार किए गए लोगों के बारे में कहा कि ये लोग कुछ गलतियां कर रहे थे जिसके चलते गिरफ्तार किया गया है.


पहले भी हो चुकी है मौत


बता दें कि इसके पूर्व में भी भगवानपुर थाना इलाके में जहरीली शराब पीने से करीब पांच लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद रविवार को फिर इस तरह की घटना हुई है. जिला प्रशासन मौत के आंकड़ों को उस वक्त भी छुपा रही थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद देखना होगा कि यह मौतें कैसे हुई हैं. इस मामले में अभी परिजन भी कुछ कहने से बच रहे हैं.


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