Unnao Road Accident: उन्नाव बस दुर्घटना में मोतिहारी के 7 लोगों की मौत हुई है. इस हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है. घटना की सूचना मिलते ही पीड़ित परिवार के मो. सफीउल्लाह अपने चचेरे भाई इरशाद के साथ गांव के 10 लोगों के साथ उन्नाव के लिए रवाना हो गए. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर के फेनहारा प्रखंड प्रतिनिधि इमदाद आलम ने बताया कि गरीबी का दंश झेल रहे पीड़ित परिवार रोजी रोटी के लिए करीब 30 सालों से मेरठ में रह कर काम करते थे, लेकिन इस हादसे के बाद परिवार के कमाने वाले को छीन लिया.


मृतक के परिवार वाले झुग्गी झोपड़ी में कई दसकों से रहते थे. जिस गरीबी और झोपड़ी से मुक्ति पाने के लिए मेरठ में मजदूरी कर घर बनाने के लिए प्रयास करते हुए पक्का मकान की नींव डाले थे. वहीं, इस मकान को लेकर मृतक की मां रदिया खातून रो-रोकर कह रही थीं कि 'अब के बनाई घर? घर में के रही? हमार बाबू दुनिया छोड़के चल गइलन' 


पड़ोसी ने बताई पूरी हृदय विदारक घटना


इमदाद आलम ने बताया कि फेनहारा थाना के सात लोगों की मौत हुई है. जिसमें फेनहारा पंचायत गांव क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 के उन्नाव बस दुर्घटना में एक ही परिवार में 6 लोगों की मौत के साथ 2 बच्चे घायल हैं. वहीं, फेनहारा पंचायत के ही इजोर बारा गांव के एक शख्स फूल मोहम्मद की मौत बस दुर्घटना में हुई है. 


आगे उन्होंने बताया कि पूर्वी टोला निवासी मोहम्मद सफीउलाह के तीन पुत्र हैं जो तीनों पुत्र मेरठ में करीब 30 सालों से मजदूरी का काम कर जीवन यापन करते हैं. बकरीद पर्व के मौके पर मोहम्मद सफीउलाह के बड़े बेटे मोहम्मद अशफाक और छोटे पुत्र इलियास अपने परिजनों के साथ घर आए थे. बकरीद पर्व बीत जाने के बाद फिर से मेरठ जाने के लिए लिए रेल टिकट नहीं मिलने के बाद बस से मेरठ जा रहे थे.


प्रखंड प्रतिनिधि ने आगे बताया कि मोहम्मद सफीउलाह के तीन पुत्र और चार पुत्री हैं. सभी की शादी हो गई है. अब परिवार में पिता-माता समेत मझौला पुत्र मोहम्मद इश्तियाक के परिजन समेत घटना में मृतक अशफ़ाक के दो पुत्र दिलशाद (17 वर्ष) और साहिल (15 वर्ष) बचे हैं. अब एक कमाऊ पुत्र इश्तियाक की कमाई से घर परिवार कैसे चलेगा? परिवार वालों को इसकी चिंता सता रही है. मृर्तक के परिजन भूमिहीन हैं. जिसके पास घर के लिए मात्र करीब ढाई धुर गांव में जमीन है. अब परिवार वाले पक्का के मकान की नींव डाली थी. जो अभी दीवार खड़े किए गए हैं.


परिवार में इनकी हुई मौत


बता दें कि पीड़ित परिवार में छह लोगों की मौत में मृतक मोहम्मद अशफाक सहित पत्नी मुनचुन खातून, पुत्री गुलनाग (13 वर्ष), सोहैल (3 वर्ष) और मोहम्मद इलियास अपनी पत्नी कमरुल नेशा संग बस में ही दम तोड़ दिया. वहीं, मृतक के मझौला भाई इश्तियाक मेरठ में मजदूरी करता है जो बकरीद पर्व में घर नहीं आया. उन्नाव बस हादसा में मृतक मोहम्मद अशफाक के पुत्र दिलशाद एवं साहिल घायल हैं.


ये भी पढ़ें: पूर्व IAS अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को JDU में कौन सा पद मिला? CM नीतीश कुमार का बड़ा फैसला