पटना: बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को पुलिस ने झारखंड से टमाटर की आड़ में लाई जा रही लाखों की शराब को जब्त किया है. मिली जानकारी अनुसार पुलिस ने फतुहा थाना क्षेत्र के एनएच-30 स्थित सुपन चक के पास गुप्त सूचना के आधार पर दो पिकअप की रोककर तलाशी ली. इस दौरान टमाटर की कैरेट में छिपा कर रखी गई विदेशी शराब की कार्टूनों को बरामद किया गया. बता दें कि फिलहाल बिहार में झारखंड के हजारीबाग से रोजाना टमाटर मंगवाए जा रहे हैं. इसी बात का फायदा उठाकर तस्कर टमाटरों की आड़ में झारखंड से शराब मंगवा रहे थे.
दो कार को किया जब्त
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि शराब लदे पिकअप को रास्ता दिखाने के लिए आगे-आगे एक स्कॉर्पियो जा रही थी, जिस पर वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड के प्रमुख का बोर्ड लगा था. पुलिस ने स्कॉर्पियो में बैठे लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही एक अल्टो कार भी जब्त किया गया है, जिसमें शराब लेकर आने वाले लोग बैठे थे. इस संबंध में फतुहा एसडीपीओ राजेश मांझी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड से भारी मात्रा में एनएच-30 के रास्ते विदेशी शराब लाई जा रही है. ऐसे में कार्रवाई की गई.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने कुल 230 कार्टन विदेशी शराब बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए बताई जा रही है. शराब अरुणाचल प्रदेश निर्मित है. पिकअप के आगे चल रहे स्कॉर्पियो और अल्टो कार को भी डिटेन किया गया, जिससे जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो में शराब खरीदने वाले और अल्टो में झारखंड से शराब लाने वाले लोग थे. स्कार्पियो में तीन लोग सवार थे, जिसमें दो लोग फतुहा के जेठूली इलाके के रहने वाले हैं. जबकि एक फतुहा बाजार निवासी है.
पहले भी कर चुके हैं शराब की तस्करी
इस पूरे मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें चार लोग धनबाद के रहने वाले हैं. गिरफ्तार लोग धनबाद से शराब लेकर आ रहे थे. जेठूली में शराब की डिलीवरी करनी थी. स्कार्पियो सवार के पास से 5 लाख 72 हजार रुपए कैश भी बरामद हुए हैं. पूछताछ में पता चला की शराब उतारने के बाद यह पैसे देने थे. SDPO ने बताया कि प्रमुख का बोर्ड लगाने के पीछे क्या माजरा है, यह तो जांच विषय है. गिरफ्तार शराब तस्कर पर पहले भी मार्च महीने में केस दर्ज हुआ था, उस वक्त उस पर सरसों तेल में छिपाकर शराब लाने का आरोप लगा था.
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