सहरसा: कोरोना संकट के बीच बिहार के सहरसा जिले की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए सात अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी अनुसार शनिवार की देर रात जिले के सदर थाना क्षेत्र के गोबरगड्ढा स्थित नहर के पास सभी अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से इकट्ठा हुए थे.
पुलिस ने कई हथियार किया जब्त
सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई की और अपराधियों को मौके पर से दबोच लिया. पुलिस ने अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, एक देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, दो बाइक, दो कार्टन कोरेक्स कफ सीरफ और 5 मोबाइल जब्त किया है. गिरफ्तार सात अपराधियों में से छह अपराधियों का अपराधिक इतिहास रहा है. कुछ की तो पुलिस को लंबे समय से तलाश थी.
गिरफ्तारी को लेकर रविवार को एसपी लिपि सिंह ने पीसी की, जिसमें उन्होंने बताया कि शनिवार की देर रात अपराधियों के इकट्ठा होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर सदर डीएसपी संतोष कुमार के नेतृत्व में सदर थाना अध्यक्ष राजमणि , सदर पुलिस अवर निरीक्षक सत्येंद्र प्रसाद सिंह , जितेंद्र कुमार , सहायक अवर निरीक्षक पतरिंग पासवान , नकुल पासवान , पंकज कुमार गुप्ता सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम का गठन किया गया.
गठित टीम ने लगभग 1 बजे रात में छापामारी की, जिसमें चार कुख्यात अपराधी गिरफ्त में आए. इनमें सुपौल जिले के गढ़बरुआरी गांव निवासी अभिजीत कुमार , बिहरा थाना क्षेत्र के दुम्मा गांव निवासी मुकेश कुमार और नीरज कुमार, भेलवा गांव निवासी अभिषेक शर्मा शामिल हैं. इन अपराधियों की निशानदेही पर सुपौल और सहरसा जिले से उनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी हुई.
गिरफ्तार अपराधियों का है आपराधिक इतिहास
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि गिरफ्तार सात अपराधियों में सबका आपराधिक इतिहास रहा है. अभिजीत कुमार की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी. उसके खिलाफ सहरसा में 12 मामलों समेत अन्य जिलों में कई मामले दर्ज हैं. अभिषक शर्मा का भी आपराधिक इतिहास है. फिलहाल सभी गिरफ्तार अपराधियों को जेल भेज दिया गया है. कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरष्कृत किया जाएगा.
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