(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Srijan Scam Bihar: मधुपेरा में CBI ने पूर्व भू-अर्जन पदाधिकारी को किया गिरफ्तार, घोटाले में पाए गए थे आरोपी
CBI Arrest Former Officer: बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के पदाधिकारी कृष्ण कुमार को उनके सेवानिवृति के दिन ही 31 जनवरी 2019 को बर्खास्त कर दिया था. उन पर मामले को लेकर कई गंभीर आरोप लगे थे.
मधेपुरा: सृजन घोटाले (Srijan Scam Bihar) में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई मधेपुरा में भी सामने आई है. बिहार प्रशानिक सेवा से सेवा निवृत अधिकारी कृष्ण कुमार की विजया दशमी (Vijayadashami 2022) के दिन मधेपुरा से गिरफ्तारी हुई है. बुधवार को सीबीआई (CBI) की एक टीम मधेपुरा सदर प्रखण्ड के तुनियाही गांव में उनके पैतृक घर पहुंची. वहां उनके द्वारा संचालित निजी विद्यालय पर छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार (CBI Arrest) किया गया है. चिकित्सीय जांच के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया जिसके बाद सीबीआई की टीम उन्हें अपने साथ ले गई.
31 जनवरी 2019 को हुए थे बर्खास्त
बताया जाता है कि राज्य सरकार ने सृजन घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के पदाधिकारी कृष्ण कुमार को उनके सेवानिवृति के दिन ही 31 जनवरी 2019 को बर्खास्त कर दिया था. इस घोटाले में नाम आने के बाद वह निलंबित चल रहे थे. उन पर आरोप था कि जब वह सहरसा जिले में कोसी योजना के तहत विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी के पद पर तैनात थे तब उन्होंने घोटाला किया. सरकारी रुपए को सहरसा से भागलपुर में सृजन महिला विकास सहयोग समिति के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया था. इसके अलावा सरकार के बचत खाते का संचालन नहीं किया और बचत खाते से सूद की राशि को भी नहीं निकाली.
राशि को सृजन के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया था. जांच में यह बात सामने आने पर जब वह जल संसाधन विभाग में तैनात थे, तब उन्हें निलंबित कर दिया गया. इसके बाद उन पर आरोप पत्र गठित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई. जनवरी में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था लेकिन, इसका जो जवाब उन्होंने दिया वह स्वीकार करने योग्य नहीं पाया गया. इसके बाद उन पर लगे आरोपों की विभागीय जांच आयुक्त के स्तर पर शुरू कर दी गई. इन पर लगे छह आरोपों को हर तरह से सही पाया गया. इसके अलावा सीबीआई के स्तर से चल रही जांच में भी उन पर लगे सभी आरोप सही पाए गए थे.
मधेपुरा एसपी ने की पुष्टि
मामले में पूछताछ की गई. उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया. इसके बाद विभाग ने उन पर यह कार्रवाई की थी. इस मामले की समीक्षा बिहार लोक सेवा आयोग के अनुशासनिक प्राधिकार के स्तर से फिर से की गई थी. इसमें भी पूरा मामला सही पाया गया. इन तमाम जांच के मद्देनजर उन्हें सेवा से बर्खास्त किया गया था. वहीं बुधवार की देर शाम उनकी गिरफ्तारी हुई है. मधेपुरा एसपी राजेश कुमार ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
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